शिमला/रामपुर: सड़कों को ग्रामीण इलाकों की लाइफ लाइन कहा जाता है. आज भी हिमाचल के कई गांवों सड़क सुविधा नहीं हैं. उपमंडल आनी की बुच्छैर पंचायत के दराड़ गांववासी आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. इस गांव में 20 परिवार रहते हैं, लेकिन सड़क सुविधा न होने से लोग कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आलम ये है कि मरीज को पीठ पर उठाकर पांच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.
पिछले दिनों हाल ही में एक मरीज को अस्पताल पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया. लोग घने जंगलों और उबड़-खाबड़ रास्ते पर मरीज को पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहेहैं. ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर गांव की समस्या के समाधान की गुहाल लगाई है.
बता दें कि कुछ दिन पहले गांव के ही राम सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया. ग्रामीणों को सड़क सुविधा न होने के कारण अपनी जान भी गवानी पड़ती है.सड़क न होने से गर्भवती महिलाओं के लिए हालात और भी दयनीय हो जाते हैं.
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पिछले 20 वर्षों से स्थानीय लोग सरकार से सड़क की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.