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आज भी 'लाइफ लाइन' से कटा है ये गांव, एंबुलेंस नहीं पालकी पर अस्पताल पहुंचाए जाते हैं मरीज - आनी की बुच्छैर पंचायत

कुछ दिन पहले गांव के ही राम सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया. ग्रामीणों को सड़क सुविधा न होने के कारण अपनी जान भी गवानी पड़ती है.सड़क न होने से गर्भवती महिलाओं के लिए हालात और भी दयनीय हो जाते हैं.

आज भी 'लाइफ लाइन' से कटा है ये गांव, एंबुलेंस नहीं पालकी पर अस्पताल पहुंचाए जाते हैं मरीज
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Published : Sep 11, 2019, 5:44 PM IST

शिमला/रामपुर: सड़कों को ग्रामीण इलाकों की लाइफ लाइन कहा जाता है. आज भी हिमाचल के कई गांवों सड़क सुविधा नहीं हैं. उपमंडल आनी की बुच्छैर पंचायत के दराड़ गांववासी आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. इस गांव में 20 परिवार रहते हैं, लेकिन सड़क सुविधा न होने से लोग कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आलम ये है कि मरीज को पीठ पर उठाकर पांच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.

पिछले दिनों हाल ही में एक मरीज को अस्पताल पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया. लोग घने जंगलों और उबड़-खाबड़ रास्ते पर मरीज को पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहेहैं. ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर गांव की समस्या के समाधान की गुहाल लगाई है.

वीडियो

बता दें कि कुछ दिन पहले गांव के ही राम सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया. ग्रामीणों को सड़क सुविधा न होने के कारण अपनी जान भी गवानी पड़ती है.सड़क न होने से गर्भवती महिलाओं के लिए हालात और भी दयनीय हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें राजधानी में रेलवे कर्मचारियों ने ली स्वच्छता की शपथ, यात्रियों को भी किया गया जागरूक

पिछले 20 वर्षों से स्थानीय लोग सरकार से सड़क की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.

road problem
आज भी 'लाइफ लाइन' से कटा है ये गांव, एंबुलेंस नहीं पालकी पर अस्पताल पहुंचाए जाते हैं मरीज

शिमला/रामपुर: सड़कों को ग्रामीण इलाकों की लाइफ लाइन कहा जाता है. आज भी हिमाचल के कई गांवों सड़क सुविधा नहीं हैं. उपमंडल आनी की बुच्छैर पंचायत के दराड़ गांववासी आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. इस गांव में 20 परिवार रहते हैं, लेकिन सड़क सुविधा न होने से लोग कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं. आलम ये है कि मरीज को पीठ पर उठाकर पांच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.

पिछले दिनों हाल ही में एक मरीज को अस्पताल पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया. लोग घने जंगलों और उबड़-खाबड़ रास्ते पर मरीज को पालकी पर उठाकर अस्पताल पहुंचाने की कोशिश कर रहेहैं. ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर गांव की समस्या के समाधान की गुहाल लगाई है.

वीडियो

बता दें कि कुछ दिन पहले गांव के ही राम सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें कंधे पर उठाकर सड़क तक पहुंचाया. ग्रामीणों को सड़क सुविधा न होने के कारण अपनी जान भी गवानी पड़ती है.सड़क न होने से गर्भवती महिलाओं के लिए हालात और भी दयनीय हो जाते हैं.

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पिछले 20 वर्षों से स्थानीय लोग सरकार से सड़क की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.

road problem
आज भी 'लाइफ लाइन' से कटा है ये गांव, एंबुलेंस नहीं पालकी पर अस्पताल पहुंचाए जाते हैं मरीज
Intro:
रामपुर बुशहर, 11 सितंबर मीनाक्षी Body:
उपमंडल आनी खण्ड की दूर दराज की ग्राम पंचायत बुच्छैर के दराड गांववासी अभी भी सड़क सुविधा से दूर है । 20 घर की इस बस्ती में 65 के करीब लोग रहते हैं । लेकिन सड़क सुविधा न होने से इस गांव का कोई अस्तित्व नहीं है । आलम यह है कि यहां के लोग जब बीमार होते हैं या दुकान से राशन खरीद कर अपने गांव पहुंचानी होती है तो पैदल 5 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़कर पीठ पर लाना पड़ता है। राम सिंह दराड निवासी जब बीमार हुआ तो उसे सड़क तक और फिर वापिस गांव तक लाने के लिए ग्रामीणों को कंधे पर उठा के लाना पड़ा । सड़क के अभाव में कई बार कुछ ग्रामीणों को जान भी गंवानी पड़ी है । गर्भवती महिलाओं के लिए हालत और भी दयनीय हैं । पिछले 20 बर्षों से यहां के बाशिंदे सरकार से सड़क को लेकर मांग कर रहे हैं। चुनाव के दौरान भाजपा, कांग्रेस इस गांव तक पहुंचे और बड़े वायदे भी किए लेकिन स्थिति ज्यूँ की त्युं ही बनी है । गांवावसियों का कहना है कि भाजपा के विधायक किशोरी लाल सागर , कांग्रेस के पूर्व विधायक खुबराम आनंद को पुर्ण समर्थन किया लेकिन दुर्भाग्य देखिए इस गांव को सड़क से जोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया । किशोरी लाल सागर गांव में आकर अपने वादे भूल गए। जबकि सड़क के सभी कागजात तैयार है।2014 से लेकर अच्छे दिन की बात करने वाली भाजपा सरकार है ,आपके अच्छे दिन ? यह है ,आपका महान भारत। अगर सरकार प्रशासन ने इस पर कोई क़दम नहीं उठाया तो जल्द ही संघर्ष का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। निरमंड के भाजपा कांग्रेस के नेता- ठेके व चाटुकारिता में व्यस्त हैं । गांववासी अमर सिंह, नित्या नंद ,रोशन लाल, सुनील कुमार ,लछि राम ,लीला चंद ,शादी लाल , पुने राम ने जल्द सरकार से मांग पूरी करने की गुहार लगाई है। Conclusion:
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