शिमलाः राजधानी शिमला के उपनगरों में लोग पार्किंग की सुविधा से अभी भी महरूम है. विकासनगर में लोगों को वाहनों को पार्क करने के लिए भटकना पड़ रहा है. पार्किंग न होने से लोग सड़क किनारे ही वाहनों को खड़े करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
नगर निगम शिमला विकासनगर वार्ड में पिछले 4 सालों से पार्किंग निर्माण के लिए टेंडर जारी नहीं कर पाया है. 13 करोड़ की लागत से विकासनगर में हरि मंदिर के पास यह पार्किंग बननी है.
अब करीब चार साल बाद स्मार्ट सिटी के तहत दोबारा टेंडर प्रक्रिया को शुरू किया जा रहा है. चार साल पहले इस पार्किंग का शिलान्यास हो गया था, लेकिन कोई भी काम शुरू नहीं हुआ. पार्किंग बनने से 500 गाड़ियों को खड़ा करने की सुविधा मिलेगी.
अभी हालत ये है कि लोग सड़कों के किनारे गाड़िया खड़ी कर रहे हैं और शाम ढलते ही इस वार्ड में लोगों में पार्किंग के लिए होड़ लग जाती है. रात दस बजे के बाद तो सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करने को जगह तक नहीं मिलती. सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां खड़ी होने से आए दिन जाम की समस्या पैदा हो जाती है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि वार्ड में पार्किंग की बेहद दिक्कत है. कहीं भी गाड़ी खड़ी करने को जगह नहीं मिलती. ऐसे में मजबूरन रोड साइड गाड़ियां खड़ी करनी पड़ती है. इससे आए दिन जाम लगता है और लोग समय पर अपने कार्यकाल तक नही पहुंच पाते हैं. उन्होंने नगर निगम से जल्द हो पार्किंग निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की.
बता दें कि नगर निगम के विकासनगर वार्ड में 13.27 लाख रुपये की लागत से मल्टीस्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जाना है. चार साल पहले शिलान्यास भी किया गया था, लेकिन कार्य शुरू नहीं किया जा सका और अब स्मार्ट सिटी के तहत इसके लिए टेंडर कॉल कर दिए गए हैं.
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