शिमलाः सरकारी स्कूल के 10वीं और 12वीं में प्रमोट हुए छात्रों की पिछली कक्षा के पुराने सिलेबस से जुड़ी शंकाओं को दूर किया जाएगा. 9वीं और 11वीं कक्षा में अंक लाने वाले छात्रों की रेमेडियल यानी अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के लिए स्कूला प्रधानाचार्यों को आदेश दिए गए हैं. ये बता दें कि इस बार नॉन बोर्ड कक्षा के छात्रों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया था.
इन छात्रों को पुराने सिलेबस की मूल अवधारणा यानी बेसिक कॉन्सेपट क्लीयर करवाए जाएंगे. ताकि छात्रों को बोर्ड की कक्षाओं में किसी तरह की दिक्कत न आए. रेमेडियल कक्षाएं दो माह तक आयोजित की जाएंगी. इसके बाद छात्रों का टेस्ट भी होगा और इसमें उनकी प्रदर्शन देखा जाएगा.
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पढ़ाई में कमजोर छात्रों के लिए मददगार
शिक्षा विभाग ने बीते दिनों स्कूल प्रधानाचार्यों को 11 अप्रैल से 9वीं व 11वीं में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की रेमेडियल कक्षाएं लेने के आदेश दिए थे. हालांकि कोरोना के चलते नॉन-बोर्ड कक्षा के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया है, लेकिन जो छात्र पढ़ाई में कमजोर हैं, उनके लिए खास तौर पर रेमेडियल कक्षाएं लगाई जा रही हैं.
शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार इस तरह का तरीका अपनाया जा रहा है. जहां प्रमोट हुए छात्रों को पुराना सिलेबस भी पढ़ना होगा. हालांकि यह 10वीं और 12वीं की बोर्ड कक्षाओं के मद्देनजर किया जा रहा है. सरकारी स्कूल के शेड्यूल के अनुसार 1 अप्रैल से 11 अप्रैल तक नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया होती है. इसके बाद नए सत्र की नियमित कक्षाएं शुरू होती है, लेकिन इस बार 4 अप्रैल तक स्कूल बंद हैं तो ऐसे में ये प्रवेश प्रक्रिया 5 अप्रैल से होगी.
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