रामपुर/बुशहर: राजधानी शिमला के रामपुर में खनेरी अस्पताल के डॉक्टरों ने नया इतिहास रचा है. दरअसल, अस्पताल में डॉक्टरों की टीम द्वारा एक साथ बिना चीर -फाड़ के दूरबीन से पथरी और गर्भाशय का सफल ऑपरेशन किया गया है. जानकारी के अनुसार, यह ऑपरेशन 6 अक्टूबर को किया जा चुका है. जिसके बाद मरीज पूरी तरह से सुरक्षित है. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद एक सप्ताह में मरीज अपने दैनिक कार्यों को पूरी तरह से कर पाएगा.
दरअसल, रामपुर के खनेरी अस्पताल में 50 साल की महिला इंदिरा गांव कलेडा का बिना चीर -फाड़ के दूरबीन द्वारा पित की पथरी गर्भाश्य और गर्भाश्य का एक साथ सफल ऑपरेशन किया है. हालांकि इस विधि से गर्भाशय का ऑपरेशन टीएलएच खनेरी अस्पताल के वरिष्ट सर्जन डॉक्टर राजेश्वर ठाकुर ने 2012 में शुरू किया था. उस दौरान ये ऑपरेशन संभवतः पूरे प्रदेश में पहली बार किया गया था. बता दें कि उस दौरान प्रदेश के सबसे बड़े स्त्री रोगों के हॉस्पिटल कमला नेहरू शिमला अस्पताल में भी नहीं होता था.
बता दें कि डॉ. सोम प्रकाश भारद्वाज स्त्री रोग विशेषज्ञ ने हाल ही में खनेरी अस्पताल में पदभार संभाला है और इस विधि से ऑपरेशन में दिलचस्पी दिखाई. वहीं, इस ऑपरेशन को अन्य डॉक्टरों और नर्सों के सहयोग से सफल बनाया गया. वहीं, लेप्रोस्कोपी विधि से दोनों ऑपरेशन का एक साथ होना एक बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है. इससे मरीज को जल्दी रिकवरी का फायदा तो होगा ही साथ ही मरीज को ऑपरेशन के बाद छुट्टी भी कर दी गई. इस उपलब्धि के लिए अस्पताल के एमएस डॉक्टर प्रकाश दरोच ने भी चिकित्सकों को बधाई दी है.
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