शिमला: जिला शिमला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र के विधायक राकेश सिंघा ने कुछ दिन पहले कश्मीर से अनुच्छेद-370 के हटाये जाने पर आपत्ति जताई थी. जिसको लेकर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
अब एक बार फिर राकेश सिंघा की ओर से अपने खिलाफ हो रहे विरोध को लेकर बयान आया है. कश्मीर से अनुच्छेद-370 के हटाए जाने पर दिए गए बयान के बाद घिरे राकेश सिंघा ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है.
सिंघा ने कहा कि मैंने कहा था कि अनुच्छेद-370 हमारे संविधान का हिस्सा है और ये सिर्फ कश्मीर के लिए नही है. उन्होंने कहा कि कश्मीर से हटाई गई अनुच्छेद-370 को गलत तरीके से हटाया गया.
राकेश सिंघा ने कहा केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में फौज भेजकर और कश्मीर के मुख्य नेताओं को नजरबन्द करके गलत तरीके से निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 को हटाने से पहले कश्मीर की प्रमुख पार्टियों से बातचीत करनी चाहिए थी.
देश को एक करने के लिए जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने कुर्बानी दी थी, उनके सिद्धान्तों को मजबूत करने की आवश्यकता है. जिसके लिए संविधान के बुनियादी सिद्धान्तों का पालन करना जरूरी है.
पाकिस्तानी परस्त कश्मीरी लोगों की बात पर राकेश सिंघा ने कहा कि जनता की आवाज को दबाना सही नहीं है. फौज या डंडों की ताकत से इसे नहीं रोका जाना चाहिए. सरकार को कश्मीर की आम जनता के दुख और समस्याओं को समझने की जररूत है. जिससे अलगाववाद की समस्या न हो.
आपको बता दें कि हाल ही में दिए अनुच्छेद-370 के बयान पर राकेश सिंघा को कई लोगों और संगठनों ने आलोचना करते हुए घेरा था. ठियोग में राष्ट्रवादी मंच ने राकेश सिंघा का घेराव कर उनसे इस्तीफे की भी मांग की थी.