शिमला: हिमाचल कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी धनीराम शांडिल के नामांकन के दौरान चुनाव आयोग ने कई प्रतिबंध लगाए, लेकिन शुक्रवार को उन्हीं नियमों और प्रतिबंधों की बीजेपी सरेआम धज्जियां उड़ाती नजर आई.
कांग्रेस का कहना है कि शिमला में कांग्रेस उम्मीदवार के नामांकन के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोअर बाजार एजी चौक से उपायुक्त कार्यालय तक किसी भी प्रकार का जुलूस न निकालने के निर्देश दिए थे, यही नहीं नामांकन के दौरान मीडिया कर्मियों को अंदर नहीं जाने दिया गया जबकि दूसरे दिन जब बीजेपी उम्मीदवार नामांकन भरने पहुंचे तो शहर में खुलेआम नियमों की धज्जियां उठाई गईं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ढोल नगाड़ों के साथ माल रोड, रिज मैदान से लोअर बाजार होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे. यही नहीं मीडिया कर्मियों को भी अंदर जाने दिया गया.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रजनीश किमटा ने निर्वाचन आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस जब अनुमति के लिए जिला निर्वाचन आयोग के पास जाती है तो उन्हें नियमों का हवाला दिया जाता है जबकि दूसरी तरफ बीजेपी को खुली छूट दी जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष बार बार सार्वजनिक मंचों से असभ्य भाषा का प्रयोग कर रहे है उसके बाद कांग्रेस ने उन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी लेकिन 48 घंटे तक ही प्रतिबंध लगाया है जबकि पूरे चुनावों में उनके प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी.
रजनीश किमटा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को चेतावनी देते हुए सभी जिलों के निर्वाचन अधिकारियों व राज्य चुनाव आयोग को आगाह किया है कि बीजेपी का पीट्ठू बनने के बजय पक्षपात छोड़ चुनाव आयोग के नियमानुसार अपने कर्तव्य का प्लान करें.