ETV Bharat / state

नशे के खात्मे को लेकर मुखर रहे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, अब बिहार के होंगे राज्यपाल - Bihar Governor Rajendra Vishwanath Arlekar

पहाड़ी प्रदेश हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर अब बिहार के राज्यपाल होंगे. उनका हिमाचल में 19 महीने का कार्यकाल रहा, जिसमें 17 महीने जयराम सरकार के साथ तो 2 महीनों वह सुखविंदर सरकार के समय राज्यपाल रहे. (Bihar Governor Rajendra Vishwanath Arlekar)

बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर
author img

By

Published : Feb 12, 2023, 12:56 PM IST

शिमला: हिमाचल के फिलहाल राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर अब बिहार के नए राज्यपाल होंगे. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को 6 जुलाई 2021 को हिमाचल का 28 वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था.उन्होंने 13 जुलाई 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी.

गोवा के पणजी में हुआ जन्म: 23 अप्रैल 1954 को गोवा के पणजी में राजेंद्र विश्‍वनाथ आर्लेकर का जन्म हुआ. अब वह बिहार के राज्यपाल होंगे. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर 2 साल से भी कम समय तक हिमाचल में राज्यपाल रहे.राजेंद्र विश्वानाथ आर्लेकर को पूर्व राज्यपाल बंडारू दत्‍तात्रेय की जगह हिमाचल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था, बंडारू दत्तात्रेय भी 2 साल पूरा नहीं कर पाए थे. वहीं ,राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से भी 2 साल से कम समय तक ही हिमाचल के राज्यपाल रहे हैं.

28 वें राज्यपाल बने थे राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर: राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को 6 जुलाई 2021 को हिमाचल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था उन्होंने 13 जुलाई 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी. अब उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया है.

नशा मुक्ति को लेकर मुखर रहे: हिमाचल के राज्पाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राज्य में नशे को लेकर चिंतित रहे हैं और इसके खत्म करने के लिए उन्होंने कई पहल भी की. उन्होंने नशा मुक्ति को लेकर डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठकें की और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियानों में छात्रों के साथ साथ भी जुड़े रहे.

पर्यावरण संरक्षण पर दिशा-निर्देश: हिमाचल में वन, पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी वह सुझाव और दिशा निर्देश देते रहे और गोवा की तरह हिमाचल को पर्यटन राज्य बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठकें की. इस संबध में उन्होंने कई सुझाव भी दिए.

दोनों सरकारों से तालमेल अच्छा रहा: हिमाचल में राज्यपाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का कार्यकाल 19 माह का रहा. इनमें 17 माह जयराम सरकार और 2 माह मौजूदा सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के हैं. विनम्र स्वभाव के राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के दोनों सरकारों, जयराम ठाकुर की सरकार के साथ ही सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के साथ बेहतर तालमेल रहा. हाल ही में गोवा में उनके बेटे के शादी समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हुए थे.

गोवा विधानसभा को किया था पेपरलेस: राजेंद्र विश्वनाथ मूलत गोवा के रहने वाले हैं. वह 2002 से 2007 तक विधायक, 2012 से 2015 तक गोवा विधानसभा के अध्‍यक्ष पद पर रहे. देश की पहली पेपरलेस विधानसभा होने का गौरव गोवा को दिलाने वाले आर्लेकर तब विधानसभा अध्यक्ष थे. हिमाचल विधानसभा भी गोवा की तर्ज पर पेपरलेस है.बता दें कि आज 13 राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं. हिमाचल में अब नए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला होंगे.

ये भी पढ़ें : हिमाचल के नए राज्यपाल होंगे शिव प्रताप शुक्ला, कहा- ईमानदारी से निभाउंगा दायित्व

शिमला: हिमाचल के फिलहाल राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर अब बिहार के नए राज्यपाल होंगे. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को 6 जुलाई 2021 को हिमाचल का 28 वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था.उन्होंने 13 जुलाई 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी.

गोवा के पणजी में हुआ जन्म: 23 अप्रैल 1954 को गोवा के पणजी में राजेंद्र विश्‍वनाथ आर्लेकर का जन्म हुआ. अब वह बिहार के राज्यपाल होंगे. राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर 2 साल से भी कम समय तक हिमाचल में राज्यपाल रहे.राजेंद्र विश्वानाथ आर्लेकर को पूर्व राज्यपाल बंडारू दत्‍तात्रेय की जगह हिमाचल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था, बंडारू दत्तात्रेय भी 2 साल पूरा नहीं कर पाए थे. वहीं ,राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से भी 2 साल से कम समय तक ही हिमाचल के राज्यपाल रहे हैं.

28 वें राज्यपाल बने थे राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर: राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को 6 जुलाई 2021 को हिमाचल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था उन्होंने 13 जुलाई 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी. अब उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया है.

नशा मुक्ति को लेकर मुखर रहे: हिमाचल के राज्पाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर राज्य में नशे को लेकर चिंतित रहे हैं और इसके खत्म करने के लिए उन्होंने कई पहल भी की. उन्होंने नशा मुक्ति को लेकर डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठकें की और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियानों में छात्रों के साथ साथ भी जुड़े रहे.

पर्यावरण संरक्षण पर दिशा-निर्देश: हिमाचल में वन, पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी वह सुझाव और दिशा निर्देश देते रहे और गोवा की तरह हिमाचल को पर्यटन राज्य बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठकें की. इस संबध में उन्होंने कई सुझाव भी दिए.

दोनों सरकारों से तालमेल अच्छा रहा: हिमाचल में राज्यपाल के तौर पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का कार्यकाल 19 माह का रहा. इनमें 17 माह जयराम सरकार और 2 माह मौजूदा सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के हैं. विनम्र स्वभाव के राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के दोनों सरकारों, जयराम ठाकुर की सरकार के साथ ही सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के साथ बेहतर तालमेल रहा. हाल ही में गोवा में उनके बेटे के शादी समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हुए थे.

गोवा विधानसभा को किया था पेपरलेस: राजेंद्र विश्वनाथ मूलत गोवा के रहने वाले हैं. वह 2002 से 2007 तक विधायक, 2012 से 2015 तक गोवा विधानसभा के अध्‍यक्ष पद पर रहे. देश की पहली पेपरलेस विधानसभा होने का गौरव गोवा को दिलाने वाले आर्लेकर तब विधानसभा अध्यक्ष थे. हिमाचल विधानसभा भी गोवा की तर्ज पर पेपरलेस है.बता दें कि आज 13 राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं. हिमाचल में अब नए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला होंगे.

ये भी पढ़ें : हिमाचल के नए राज्यपाल होंगे शिव प्रताप शुक्ला, कहा- ईमानदारी से निभाउंगा दायित्व

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.