जोधपुर/शिमला. एग्जिट पोल के इतर अब प्रदेश के सबसे बड़े व भरोसेमंद फलोदी सट्टा बाजार ने (Political trend of Phalodi satta bazar) एक बार फिर गुजरात में भारी बहुमत से भाजपा सरकार बनाने का रुझान दिया है. गुजरात में सोमवार को मतदान होने के बाद फलोदी सट्टा बाजार ने गुजरात में भाजपा की सरकार बनाने के भाव खोले. वहीं, हिमाचल में बराबरी का मुकबाला बताया गया. साथ ही कहा गया कि वहां भाजपा-कांग्रेस की जीत हार में कोई खास अंतर देखने को नहीं मिलेगा. इधर, प्रदेश के एक मात्र सरदारशहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी बताया जा रहा है.
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार एक बार फिर से गुजरात में भाजपा की सरकार बनने जा रही है. बाजार के आकलन के मुताबिक यहां भाजपा को कम से कम 136 से 138 सीटें मिल सकती है. वहीं, कांग्रेस को 30 से 31 और आम आदमी पार्टी को 8 से 9 सीटे मिलने के आसार जाहिर किए गए हैं.
भाजपा के गुजरात में सरकार बनाने के भाव 8 से 10 पैसे है. गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा के 136 से 138 सीट (BJP can form government in Gujarat) जीत कर सरकार बनाने के आसार के बीच बाजार में 10 पैसे के भाव चल रहे हैं. जबकि 145 सीट जीतने की सूरत में ये भाव एक रुपए 75 पैसे से ढाई रुपए तक हैं. वहीं, 135 सीट के लिए 70 से 90 पैसे, 125 सीट के लिए 30 से 37 पैसे के भाव है. जबकि कांग्रेस के 28-30 सीट जीतने के 50 से 60 पैसे और आम आदमी पार्टी के पांच सीट जीतने के 40 से 55 पैसे और 8 से 9 सीट के लिए एक रुपए से एक रुपए 30 पैसे के भाव खोले गए हैं.
सट्टा बाजार में हिमाचल का सियासी रण: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव का फलोदी सट्टा बाजार में जो आकलन किया गया है, उसके अनुसार दोनों पार्टियां कमोबेश बराबर की स्थिति में नजर आ रही हैं. 68 सीटों वाले प्रदेश में भाजपा 33 से 35 सीटें जीत सकती है. वहां भाजपा के 34 सीट जीतने के भाव 85 पैसे से एक रुपए 15 पैसे के बीच है तो कांग्रेस यहां 31 से 33 सीटें जीत सकती हैं. कांग्रेस के 32 सीट जीतने के भाव भी 85 पैसे से एक रुपए 15 पैसे खोले गए हैं.
सरदारशहर में कांग्रेस की जीत का आकलन: फलोदी सट्टा बाजार के सटोरिए प्रदेश में सरदारशहर विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत (Congress can win in Sardarshahar) तय मान रहे हैं. यहां कांग्रेस प्रत्याशी के भाव 50 पैसे हैं, जबकि भाजपा प्रत्याशी के भाव डेढ़ रुपए है. फलोदी बाजार की गणित पूरे देश में मानी जाती है. यहां के सटोरिए चुनाव वाले राज्यों में धरातल जो कुछ चलता है उसका विश्लेषण कर आकलन निकालते रहे हैं.