शिमला: हिमाचल में भारी बारिश से सड़क और पानी की परियोजनाएं खासी प्रभावित हुई हैं. प्रदेश में अभी भी 69 पेयजल परियोजनाएं बंद पड़ी हुई हैं. इससे लोगों का पीने के पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. इसके साथ ही प्रदेश में बारिश से सड़कों को भी भारी क्षति हुई है. राज्य में अभी भी 127 सड़कें बाधित हैं, जिससे यातायात की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश से अब तक 219.54 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
1318 पेयजल परियोजनाएं क्षतिग्रस्त: प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है. राज्य में कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं. जबकि सैकड़ों पानी की परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. राज्य में पानी की परियोजनाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. भारी बारिश से पिछले करीब एक हफ्ते में करीब 1318 पेयजल प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हुई है, जिनको बहाल करने का काम जारी है. अभी तक जल शक्ति विभाग ने 1249 परियोजनाएं बहाल की गई हैं. इसके बाद भी अभी 69 परियोजनाएं बंद पड़ी हुई हैं.
₹100.97 करोड़ का नुकसान: ऐसे में इन इलाकों में लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है. कई इलाकों में काफी दिनों से पानी की आपूर्ति नहीं हो पाई है. इसके अलावा सिंचाई की भी 284 परियोजनाएं बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है. सीवरेज की 23 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी बारिश से नुकसान पहुंचा हैं. इस तरह जल शक्ति विभाग के तहत कुल 1635 परियोजनाएं भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है, जिससे करीब 100.97 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
प्रदेश में बारिश के बाद 127 सड़कें बंद: प्रदेश में बारिश से जगह-जगह भूस्खलन होने से कई सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य के विभिन्न हिस्सों में अभी भी 127 सड़कें बंद हैं, जिनमें अधिकतर सड़कें ग्रामीण इलाकों में हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा 61 सड़कें लोक निर्माण विभाग के मंडी जोन के तहत बंद हैं. जबकि शिमला जोन के तहत 39 सड़कें, कांगड़ा जोन के तहत 17 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 10 सड़कें अभी भी बंद पड़ी हुई हैं.
लोक निर्माण विभाग की 179 मशीन तैनात: सड़कों के बंद होने से इन इलाकों के लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने का काम कर रहा है. लोक निर्माण विभाग ने इस काम में 179 मशीनें तैनात की है. विभाग के मुताबिक अगर मौसम ने साथ दिया तो बंद पड़ी सभी सड़कों को अगले दो दिनों में बहाल कर दिया जाएगा.
एक हफ्ते में 20 लोगों की मौत, 36 घायल: प्रदेश में भारी बारिश जानलेवा साबित हो रही है. बीते एक हफ्ते में ही बारिश में 20 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 7 लोगों की मौत हुई है. हमीरपुर और मंडी में 3-3 लोगों की मौत हुई है. जबकि चंबा और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, कुल्लू और ऊना में भी एक-एक लोगों की जान गई हैं. मानसून की बारिश में भूस्खलन और अन्य दुर्घटनाओं की वजह से अब तक 36 लोग जख्मी हुए हैं. प्रदेश में बारिश से बेजुबान पशुओं की जानें जा रही हैं. अब तक 352 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत इस बरसात में हुई हैं.
रिहायशी मकान और पशु शालाएं क्षतिग्रस्त: मानसून की बारिश घरों और पशु शालाओं पर भी कहर बरपा रही है. प्रदेश में बीते एक हफ्ते में 46 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 5 मकान व 2 दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है. जबकि 39 मकानों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है. भारी बरसात में प्रदेशभर में 20 गौशालाएं भी ढह गई हैं.
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