शिमला: पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर हुए आतंकी हमले में देशभर में शोक की लहर है. शुक्रवार को हिमाचल विधानसभा के बजट सेशन में हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.
वहीं, कांग्रेस विधायक दल ने भी हमले पर शोक जताया है. प्रदेश कांग्रेस ने बैठक में केंद्र सरकार से सैन्य ठिकानों ओर सैनिकों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दुख की इस घड़ी में शहीदों के परिजनों और सैनिकों के साथ सारा देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सैनिकों की सुरक्षा को लेकर प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से सैनिकों की सुरक्षा की मांग की गई है.
कांग्रेस विधायिका आशा कुमारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बेहद दुखद घटना है. घटना पर शोक जताते हुए उन्होंने सवाल किया कि इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों का मूवमेंट घाटी के लिए क्यों करवाया गया. बता दें कि नियमों के मुताबिक 1000 से ज्यादा सैनिकों का मूवमेंट किसी भी काफिले में नहीं करवाया जा सकता लेकिन गुरुवार को सीआरपीएफ के 2500 से अधिक जवानों को कानबाई के जरिए बसों में जम्मू से श्रीनगर ले जाया जा रहा था.
वहीं, कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी मामले की कड़ी निंदा करते हुए केंद्र सरकार से घटना की जांच के साथ कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि आतंकी हमले में हिमाचल के कांगड़ा से एक जवान शहीद हुआ है. जवान शाहपुर की रुलेहड़ पंचायात का रहने वाला था. तिलक राज की शहादत से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. सीएम जयराम ने शहीद के परिजनों को 20 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
बता दें कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए हैं. घाटी में 2001 के बाद इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ है.