शिमला: हिमाचल विधानसभा से निलबिंत कांग्रेस विधायकों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक वीरभद्र सिंह गुरुवार को सदन के बाहर धरने पर बैठ गए और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गतिरोध खत्म करने की नसीहत दी है.
वीरभद्र सिंह करीब एक घंटे तक कांग्रेस विधायकों के साथ धरने पर बैठे रहे. वीरभद्र सिंह के लिए धरनास्थल पर कुर्सी लगाई गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री होता तो एक मिनट में ही समस्या का हल निकाल देता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन गलत नहीं था.
'मैं छह बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं, मैंने 21 बार प्रदेश में बजट भी पेश किया है'
विपक्ष का काम सदन और सदन के बाहर अपना विरोध जताना है. वहीं, गतिरोध को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने जाने के सवाल पर वीरभद्र सिंह ने कहा कि वे एक बार के मुख्यमंत्री हैं और 'मैं छह बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं'. मैंने 21 बार प्रदेश में बजट भी पेश किया है. इसके बाद वीरभद्र सिंह लौट गए.
गतिरोध को समाप्त करने के लिए सत्ता पक्ष को विपक्ष के पास आने की आवश्यकता है. ऐसा कभी नहीं हुआ कि इस तरह का कदम उठाया गया हो और इस तरह की नौबत आई हो. मैं होता तो एक घंटे में इस सारी समस्या का हल निकाल देता.
'कांग्रेस सदन में आक्रामक रुख अपना सकती है'
नेता प्रतिपक्ष समेत पांच कांग्रेस विधायकों का निलंबन करने से विपक्ष नाराज चल रहा है. इन विधायकों को विधानसभा बजट सत्र में सभी बैठकों के लिए निलंबित किया गया है. इन पर राज्यपाल का रास्ता रोकने और उनके साथ गलत व्यवहार करने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने कार्रवाई की है. वहीं, वीरभद्र के आने के बाद कांग्रेस सदन में आक्रामक रुख अपना सकती है.
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