शिमला: नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को बंद करने को लेकर छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. छात्रों ने कुलसचिव के आदेशों के चलते हॉस्टलों को खाली कर दिया है और सामान निकाल कर बाहर रख दिया है. छात्र आपनी मांगों को लेकर लगाताकर अपनी पर अड़े हुए हैं.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूनिवर्सिटी को 25 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया है. छात्रों का आरोप है, प्रशासन चाह रहा है कि यूनिवर्सिटी बंद करने से छात्र अपने आंदोलन को खत्म कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं होगा. छात्रों का आरोप है कि उन्हें घटिया खाना परोसा जा रहा है और साथ छात्रों को विश्वविद्यालय में पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है.
ऐसे में विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर भी छात्रों ने सवाल खड़े किए हैं. छात्रों का आरोप है कि भारी-भरकम फीस विश्वविद्यालय प्रशासन को दी जा रही है. इसके बावजूद भी उन्हें पीने के लिए साफ पानी और गुणवत्ता युक्त खाना नसीब नहीं हो रहा है.
छात्रावासों में सुविधाएं भी छात्रों को मुहैया नहीं करवाई जा रही हैं. छात्रों को मेडिकल सुविधा भी यूनिवर्सिटी में नहीं दी जा रही है, यही वजह है कि छात्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं. छात्रों का आरोप है कि, प्रशासन छात्रों के आंदोलन को दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा है. प्रशासन के विश्वविद्यालय को बंद करने के फैसले से छात्रों को काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं, लेकिन प्रशासन अभी भी अपने फैसले पर अडिग है.