ETV Bharat / state

निजी स्कूल सिर्फ ले पाएंगे ट्यूशन फीस, सरकार के फैसले पर छात्र-अभिभावक मंच ने जताई खुशी

लॉकडाउन के दौरान स्कूल की फीस पर सरकार के फैसले का काफी दिनों से अभिवावक व निजी स्कूल के मालिक इंतजार कर रहे थे. कोरोना के इस संकट के बीच में प्रदेश के निजी स्कूल अभिभावकों से मात्र ट्यूशन फीस ही लेंगे. छात्र अभिभावक मंच ने हिमाचल सरकार की कैबिनेट की ओर से निजी स्कूलों की फीस के संदर्भ में लिए गए निर्णय का स्वागत किया है.

author img

By

Published : May 23, 2020, 11:42 PM IST

Updated : May 24, 2020, 12:08 PM IST

education minister suresh bhardwaj
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज

शिमलाः कोरोना के इस संकट के बीच में प्रदेश के निजी स्कूल अभिभावकों से मात्र ट्यूशन फीस ही लेंगे. हिमाचल कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है.

हिमाचल सरकार के इस फैसले के अनुसार कोविड-19 की वजह से जब निजी स्कूल बंद हैं, तो ऐसे में निजी स्कूल अभिभावकों से पूरी फीस ना लेते हुए मात्र ट्यूशन फीस ही ली जाएगी. छात्र अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि छात्र अभिभावक मंच ने हिमाचल सरकार की कैबिनेट की ओर से निजी स्कूलों की फीस के संदर्भ में लिए गए निर्णय का स्वागत किया है.

वीडियो

छात्र अभिभावक मंच ने इसे साढ़े पांच लाख छात्रों व आठ लाख अभिभावकों सहित कुल 13 लाख लोगों के आंदोलन की जीत करार दिया हैं. उनका कहना है कि प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों को वर्ष 2019 की तर्ज पर सिर्फ टयूशन फीस लेने के आदेश से अभिभावकों को एक बड़ी राहत मिली है. यह अभिभावकों की दोहरी जीत है.

एक ओर केवल टयूशन फीस ली जाएगी व दूसरी ओर वर्ष 2020 की फीस बढ़ोतरी को भी सरकार ने नकार दिया है. वहीं, निजी स्कूलों के शिक्षकों व गैर शिक्षकों को पूरा वेतन देने का निर्णय भी मंच ने स्वागत किया है.

बता दें कि हिमाचल सरकार की कैबिनेट बैठक में सरकार ने यह फैसला लिया है कि निजी स्कूल अभिभावकों से मात्र ट्यूशन फ़ीस ही लेंगे और दूसरे कोई चार्जिज अभिभावकों से नहीं वसूले जाएंगे.

यह ट्यूशन फीस भी वही स्कूल लेंगे जिन्होंने छात्रों की पढ़ाई को ऑनलाइन जारी रखी थी और छात्रों को घर से पढ़ा रहे थे. इसके साथ ही निजी स्कूलों को यह आदेश जारी किए गए हैं कि वह अपने किसी भी शिक्षक को नौकरी से नहीं निकाल सकेंगे और उन्हें उन शिक्षकों को वेतन भी देना होगा.

पढ़ेंः कोरोना संकट में जयराम सरकार का अजब कॉन्सेप्ट, 'देवभूमि' को क्वारंटाइन डेस्टिनेशन बनाने का विचार

शिमलाः कोरोना के इस संकट के बीच में प्रदेश के निजी स्कूल अभिभावकों से मात्र ट्यूशन फीस ही लेंगे. हिमाचल कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है.

हिमाचल सरकार के इस फैसले के अनुसार कोविड-19 की वजह से जब निजी स्कूल बंद हैं, तो ऐसे में निजी स्कूल अभिभावकों से पूरी फीस ना लेते हुए मात्र ट्यूशन फीस ही ली जाएगी. छात्र अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि छात्र अभिभावक मंच ने हिमाचल सरकार की कैबिनेट की ओर से निजी स्कूलों की फीस के संदर्भ में लिए गए निर्णय का स्वागत किया है.

वीडियो

छात्र अभिभावक मंच ने इसे साढ़े पांच लाख छात्रों व आठ लाख अभिभावकों सहित कुल 13 लाख लोगों के आंदोलन की जीत करार दिया हैं. उनका कहना है कि प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों को वर्ष 2019 की तर्ज पर सिर्फ टयूशन फीस लेने के आदेश से अभिभावकों को एक बड़ी राहत मिली है. यह अभिभावकों की दोहरी जीत है.

एक ओर केवल टयूशन फीस ली जाएगी व दूसरी ओर वर्ष 2020 की फीस बढ़ोतरी को भी सरकार ने नकार दिया है. वहीं, निजी स्कूलों के शिक्षकों व गैर शिक्षकों को पूरा वेतन देने का निर्णय भी मंच ने स्वागत किया है.

बता दें कि हिमाचल सरकार की कैबिनेट बैठक में सरकार ने यह फैसला लिया है कि निजी स्कूल अभिभावकों से मात्र ट्यूशन फ़ीस ही लेंगे और दूसरे कोई चार्जिज अभिभावकों से नहीं वसूले जाएंगे.

यह ट्यूशन फीस भी वही स्कूल लेंगे जिन्होंने छात्रों की पढ़ाई को ऑनलाइन जारी रखी थी और छात्रों को घर से पढ़ा रहे थे. इसके साथ ही निजी स्कूलों को यह आदेश जारी किए गए हैं कि वह अपने किसी भी शिक्षक को नौकरी से नहीं निकाल सकेंगे और उन्हें उन शिक्षकों को वेतन भी देना होगा.

पढ़ेंः कोरोना संकट में जयराम सरकार का अजब कॉन्सेप्ट, 'देवभूमि' को क्वारंटाइन डेस्टिनेशन बनाने का विचार

Last Updated : May 24, 2020, 12:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.