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हिमाचल में दौड़ रही निजी बसों का संचालन बंद करवाने की बात करेगी यूनियन, जानें वजह

हिमाचल प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतरे निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया है. निजी बस ऑपरेटर यूनियन की हड़ताल के बावजूद प्रदेश में कुछ निजी बस ऑपरेटर बसों का संचालन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में कई रूटों पर निजी बसों का संचालन हुआ. इसके बाद निजी बस ऑपरेटर यूनियन में मतभेद की बात सामने आई आने लगी.

Private Bus Operator Union Shimla, निजी बस ऑपरेटर यूनियन शिमला
फोटो.
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Published : Jun 15, 2021, 3:44 PM IST

Updated : Jun 15, 2021, 4:06 PM IST

शिमलाः प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतरे निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया है. निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी सारी मांगे नहीं मान लेती, तब तक वह अपनी हड़ताल को किसी भी हाल में खत्म नहीं करेंगे.

प्रदेश में कुछ निजी बस ऑपरेटर चला रहे बस

निजी बस ऑपरेटर यूनियन की हड़ताल के बावजूद प्रदेश में कुछ निजी बस ऑपरेटर बसों का संचालन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में कई रूटों पर निजी बसों का संचालन हुआ. इसके बाद निजी बस ऑपरेटर यूनियन में मतभेद की बात सामने आई आने लगी.

बातचीत कर मिलकर करेंगे हड़ताल

निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि यूनियन में कोई मतभेद नहीं है. कुछ बस संचालक बसों का संचालन कर संचालन कर रहे हैं, उनसे बातचीत करके बस संचालन बंद किया जाएगा.

महासचिव रमेश कमल ने कहा कि कुछ बस संचालक सरकार को खुश करने के लिए बसों का संचालन कर रहे हैं, लेकिन निजी बस ऑपरेटर यूनियन एकता के साथ सरकार के सामने अपनी मांगों को रख रही है. जब तक सरकार की ओर से उनकी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक वे हड़ताल को जारी रखेंगे.

वीडियो.

सरकार से राहत की मांग

निजी बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार से 100 फीसदी स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स माफ करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने उनका आधा ही टैक्स माफ किया है. महासचिव रमेश कमल ने कहा कि कोरोना के बीच उनका भारी नुकसान हुआ है.

सरकार से आश्वासन के बाद उन्होंने 30 फीसदी बस चलाई. 70 फीसदी बस खड़ी रही. उन्होंने कहा कि जो बस चलीं, उनमें भी यात्री नहीं मिल रहे थे. ऐसे में निजी बस ओपेटरों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. ऐसे में सरकार को उनकी सहायता करनी चाहिए.

सरकार से वार्ता के द्वार खुले

निजी बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि प्रदेश सरकार से बात के लिए उनके द्वार हमेशा खुले हैं. जब प्रदेश सरकार उनसे बात उन्हें बातचीत के लिए बुलाएगी, तो वह निश्चित पर सरकार से बात करने जाएंगे.

मोटर व्हीकल टैक्सेशन एक्ट में टैक्स माफी का प्रावधान

हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेशन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि प्रदेश सरकार से टैक्स माफी की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि मोटर व्हीकल टैक्सेशन एक्ट में यह प्रावधान है कि जब वाहन रोड पर नहीं चला, तो उससे टैक्स नहीं वसूला जा सकता.

ऐसे में प्रदेश सरकार को उनका टैक्स माफ करना ही पड़ेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक प्रदेश सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक प्रदेश भर में निजी बस ऑपरेटर हड़ताल जारी रखेंगे.

ये भी पढ़ें- मिशन 2022: शिमला में BJP कोर ग्रुप की बैठक, पार्टी के सीनियर नेता रहेंगे मौजूद

शिमलाः प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर उतरे निजी बस ऑपरेटरों ने हड़ताल जारी रखने का फैसला लिया है. निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी सारी मांगे नहीं मान लेती, तब तक वह अपनी हड़ताल को किसी भी हाल में खत्म नहीं करेंगे.

प्रदेश में कुछ निजी बस ऑपरेटर चला रहे बस

निजी बस ऑपरेटर यूनियन की हड़ताल के बावजूद प्रदेश में कुछ निजी बस ऑपरेटर बसों का संचालन कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में कई रूटों पर निजी बसों का संचालन हुआ. इसके बाद निजी बस ऑपरेटर यूनियन में मतभेद की बात सामने आई आने लगी.

बातचीत कर मिलकर करेंगे हड़ताल

निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि यूनियन में कोई मतभेद नहीं है. कुछ बस संचालक बसों का संचालन कर संचालन कर रहे हैं, उनसे बातचीत करके बस संचालन बंद किया जाएगा.

महासचिव रमेश कमल ने कहा कि कुछ बस संचालक सरकार को खुश करने के लिए बसों का संचालन कर रहे हैं, लेकिन निजी बस ऑपरेटर यूनियन एकता के साथ सरकार के सामने अपनी मांगों को रख रही है. जब तक सरकार की ओर से उनकी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक वे हड़ताल को जारी रखेंगे.

वीडियो.

सरकार से राहत की मांग

निजी बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार से 100 फीसदी स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स माफ करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने उनका आधा ही टैक्स माफ किया है. महासचिव रमेश कमल ने कहा कि कोरोना के बीच उनका भारी नुकसान हुआ है.

सरकार से आश्वासन के बाद उन्होंने 30 फीसदी बस चलाई. 70 फीसदी बस खड़ी रही. उन्होंने कहा कि जो बस चलीं, उनमें भी यात्री नहीं मिल रहे थे. ऐसे में निजी बस ओपेटरों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. ऐसे में सरकार को उनकी सहायता करनी चाहिए.

सरकार से वार्ता के द्वार खुले

निजी बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि प्रदेश सरकार से बात के लिए उनके द्वार हमेशा खुले हैं. जब प्रदेश सरकार उनसे बात उन्हें बातचीत के लिए बुलाएगी, तो वह निश्चित पर सरकार से बात करने जाएंगे.

मोटर व्हीकल टैक्सेशन एक्ट में टैक्स माफी का प्रावधान

हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेशन के महासचिव रमेश कमल ने कहा कि प्रदेश सरकार से टैक्स माफी की मांग जायज है. उन्होंने कहा कि मोटर व्हीकल टैक्सेशन एक्ट में यह प्रावधान है कि जब वाहन रोड पर नहीं चला, तो उससे टैक्स नहीं वसूला जा सकता.

ऐसे में प्रदेश सरकार को उनका टैक्स माफ करना ही पड़ेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक प्रदेश सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक प्रदेश भर में निजी बस ऑपरेटर हड़ताल जारी रखेंगे.

ये भी पढ़ें- मिशन 2022: शिमला में BJP कोर ग्रुप की बैठक, पार्टी के सीनियर नेता रहेंगे मौजूद

Last Updated : Jun 15, 2021, 4:06 PM IST
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