शिमलाः कोरोना की वजह से परिवहन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. साल 2020 से ही परिवहन सेवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ा है. निजी बस संचालक बेहद परेशान हैं. निजी बस संचालक सरकार के रवैये से नाराज हैं.
राहत देने की मांग
शिमला जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज चौहान ने कहा कि कोरोना की वजह से उनका काम पूरी तरह ठप है. सरकार की ओर से निजी बस संचालकों को कोई राहत नहीं दी जा रही. पंकज चौहान ने कहा कि एक ओर जहां एचआरटीसी को सरकार की तरफ से करोड़ों की मदद दी जा रही है, वहीं, दूसरी ओर निजी बस संचालकों पर टैक्स थोपे जा रहे हैं.
टैक्स माफ करने की मांग
पंकज चौहान ने कहा कि सरकार अगर निजी बस संचालकों को कोई राहत नहीं दे सकती, तो कम से कम उन पर लगने वाले टैक्स को माफ किया जाए. साल 2020 में कोरोना की पहली लहर के समय से ही निजी बस संचालकों का काम ठप पड़ा हुआ है. संकट के इस दौर में निजी बस संचालकों के लिए कर्मचारियों की तनख्वाह देने के साथ अपने घर-परिवार का गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो गया है.
हड़ताल ही एक मात्र रास्ता
पंकज चौहान ने कहा कि वे सरकार से राहत की उम्मीद कर रहे हैं. उनकी सरकार से मांग है कि निजी बस संचालकों पर लगाए जाने वाले टैक्स को माफ किया जाए, ताकि उन्हें राहत मिले. पंकज चौहान ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो निजी बस संचालक हड़ताल करेंगे.
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