शिमला: सीबीआई के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार का पोस्टमार्टम आईजीएमसी में हो गया है. पोस्टमार्टम करीब ढाई घंटे तक चला. पोस्टमार्टम के बाद अश्निनी कुमार की बॉडी को उनके परिजनों को सौंप दी गई. अश्विनी कुमार के परिजन आईजीएमसी पहुंचे हुए थे. यहीं से शव को तैयार कर संजौली श्मशान घाट ले, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया.
पोस्टमार्टम के लिए उनके शव को सुबह 10 बजे से पहले ही पोस्टमार्टम कक्ष में ले जाया गया और करीब साढ़े 12 बजे शव को पोस्टमार्टम करके बाहर लाया गया. जानकारी के अनुसार अश्विनी कुमार बुधवार को घूमने आए थे. उसके बाद घर जा कर अपने घर फंदा लगा लिया. बता दें कि उनका परिवार शिमला में ही रहता है. हालांकि अश्वनी कुमार सिरमौर जिला के रहने वाले हैं.
बताया जा रहा है कि अश्विनी कुमार पार्किंसंस नामक रोग से भी परेशान थे. डीजीपी संजय कुंडू का कहना है कि अश्विनी कुमार अपनी बीमारी से तंग आ गए थे. कहा जा रहा है कि सुसाइड नोट में उन्होंने इसका जिक्र किया है और लिखा है कि वे परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते. फिलहाल, पुलिस जांच कर रही है.
बता दें कि अश्विनी कुमार के निधन की खबर के बाद उनके गृह जिला सिरमौर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. नाहन निवासी अश्विनी कुमार ने देश भर में अपने शहर का नाम रोशन किया था. मार्च 2013 में उन्हें नागालैंड का गर्वनर नियुक्त किया गया था. इससे पूर्व अश्विनी कुमार सीबीआई के निदेशक पद पर भी अपनी सेवाएं देकर हिमाचल का नाम देश भर में चमका चुके थे. इससे पहले वह हिमाचल प्रदेश पुलिस में डीजीपी के पद पर तैनात रहे थे.
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