शिमला: हिमाचल प्रदेश में शनिवार को हुए मतदान के दौरान कई जगह ईवीएम और वीवीपैट मशीनें खराब हो गईं. इसक चलते देर शाम तक वोटिंग होती रही और वोटिंग के आंकड़ें भी देर रात तक निवार्चन विभाग को पहुंचे. हिमाचल में 74 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है. अब पोस्टल बैलेट की गणना होना बाकी है. इससे राज्य में एक से दो फीसदी मतदान बढ़ सकता है.
सिरमौर जिला में 32 जगहों पर मशीनों में खराबी आईं, जिनमें 12 वीवीपैट, 15 कंट्रोल यूनिट और 5 बैलेट यूनिट शामिल थीं. मंडी जिले में 20 वीवी पैट और 10 कंट्रोल यूनिट की शिकायतें आईं. इसी तरह चंबा जिला, कुल्लू जिला, कांगड़ा जिला, बिलासपुर, ऊना जिला में भी कुछ एक जगहों मशीनों में खराबी आने से देर शाम तक मतदान चलता रहा. हालांकि, निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान केंद्रों के लिए अतिरिक्त मशीनें भेजी गई थी, मगर दोबारा मतदान शुरू करने में काफी समय लगा. इस तरह निवार्चन विभाग को वोटिंग के आंकड़े को कंपाइल करने में काफी समय लग गया.
पोस्टल बैलेट की गणना करना है बाकी: हिमाचल में अभी बैलेट पेपरों की गणना करना बाकी है. ऐसे में वोटिंग का प्रतिशत एक से दो फीसदी बढ़ने के आसार हैं. हिमाचल में चुनाव आयोग ने अबकी बार पांच कैटेगरी को बैलेट पेपर जारी किए हैं, इनमें दिव्यांग, 80 साल से अधिक के मतदाता, आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारी, मतदान प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के अलावा सर्विस वोटर शामिल हैं.
हिमाचल में अबकी बार 41,139 ने पोस्टल बैलेट के लिए आवेदन किया था, जिनमें 80 साल से ऊपर के 30,856 मतदाताओं ने 12-डी फॉर्म भरकर संबंधित रिटर्निंग अधिकारी को दिया था. इसके अलावा दिव्यांग श्रेणी में पीडब्ल्यूडी मतदाता 8561, आवश्यक सेवाओं में तैनात 1722 मतदाताओं ने बैलेट पेपर से वोट देने के लिए आग्रह किया था.
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बताया जा रहा है कि आवेदन करन वालों में से 36,008 लोगों ने पोस्ट बैलेट से मतदान किया है. इसमें 80 वर्ष से अधिक आयु के 29433 मतदाता, 5997 दिव्यांग और आवश्यक सेवाओं के 578 मतदाता शामिल हैं. इनके बैलेट पेपरों की गणना के बाद वोटर प्रतिशत एक से दो फीसदी तक बढ़ सकता है.
68 स्ट्रांग रूम में रखी गईं ईवीएम-वीवीपैच मशीनें: प्रदेश के 7,884 मतदान केंद्रों में हुए मतदान के बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को सुरक्षित स्ट्रांग रूमों में पहुंचाया गया है. हिमाचल में सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में इन मशीनों के लिए स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं. इनके लिए कड़ी सुरक्षा की गई है. यहां पुलिस बलों के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रखी जा रही है.