ETV Bharat / state

हिमाचल में अवैध खनन पर होगी पुलिस की सख्ती, शिकायत करने वाले का नाम रहेगा गुप्त, जानें कितने किए चालान - हिमाचल में खनन पर पुलिस सख्त

हिमाचल में खनन माफियों पर पुलिस ने नकेल लगाना शुरू कर दिया है. इस साल अभी तक 720 चालान किए गए,जबकि 2022 में यह आकंड़ा 6686 रहा. डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि अवैध खनन की जानकारी जो पुलिस को देगा, उसका नाम गुप्त रखा जाएगा. (Action on mining in Himachal )

हिमाचल में अवैध खनन पर होगी पुलिस की सख्ती
हिमाचल में अवैध खनन पर होगी पुलिस की सख्ती
author img

By

Published : Feb 16, 2023, 11:44 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया सक्रिय है. पुलिस के सख्ती के बाद भी माफिया अवैध रूप से खनन कर रहे हैं. पुलिस एक अभियान के तहत अवैध खनन करने वालों पर शिकंजा कस रही है, इस संबध में डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि हिमाचल पुलिस अवैध खनन माफिया के विरुद्ध लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है.

हिमाचल में अवैध खनन को लेकर यहां किए गए चालान
हिमाचल में अवैध खनन को लेकर यहां किए गए चालान

2022 में 6686 चालान किए: वर्ष 2022 के दौरान अवैध खनन के 6686 चालान किए गए हैं, जिनमें से 5999 चालान कंपाउंड करके उल्लंघनकर्ताओं से 10 करोड़ 12 लाख 69 हजार 700 रुपए जुर्माना प्राप्त किया गया है, जबकि शेष 669 चालान न्यायालयों को भेजे गए.

इस साल 702 चालान किए: डीजीपी ने बताया कि अवैध खनन माफिया के विरूद्ध पुलिस द्वारा दिनांक 01.01.2023 से 15.02.2023 तक अवैध खनन के 702 चालान किए गए, जिनमें से 583 चालान कंपाउंड करके उल्लंघनकर्ताओं से 37 लाख 9 हजार 250 रुपए जुर्माना किया गया. जबकि शेष 115 चालान न्यायालयों को भेजे गए हैं. पुलिस द्वारा अवैध खनन में संलिप्त 35 वाहनों को पकड़ा गया.

खनन माफिया यहां सक्रीय : गौरतलब है की हिमाचल में कूलू,ऊना,हमीरपुर, सिरमौर, सोलन,बद्दी, बिलासपुर, किन्नौर,कांगड़ा,चंबा सहित अन्य जगहों में खनन माफिया सक्रिय और आए दिन अवैध रूप से खनन कर रहे हैं. पुलिस ने भी अब खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए कमर कस ली और अवैध रूप से कर रहे खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस को जानकारी देने पर नाम रहेगा गुप्त: डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश में हो रहे अवैध रूप से खनन को रोकने के लिए पुलिस सख्त कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि खनन माफिया के चालान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. डीजीपी ने लोगों से भी अपील की है की वह अवैध रूप से खनन करने वालो की शिकायत पुलिस को दें, पुलिस उनका नाम गुप्त रखेगी, जिससे अवैध खनन करने वालो पर रोक लगाई जा सके. बता दें कि खनन माफियाओं पर पुलिस तो लगाम लगाने का प्रयास कर रही, लेकिन कई बार राजनीतिक दबाव के चलते कई बार अफसरों को पीछे हटना पड़ता है.

शिमला: हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया सक्रिय है. पुलिस के सख्ती के बाद भी माफिया अवैध रूप से खनन कर रहे हैं. पुलिस एक अभियान के तहत अवैध खनन करने वालों पर शिकंजा कस रही है, इस संबध में डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि हिमाचल पुलिस अवैध खनन माफिया के विरुद्ध लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है.

हिमाचल में अवैध खनन को लेकर यहां किए गए चालान
हिमाचल में अवैध खनन को लेकर यहां किए गए चालान

2022 में 6686 चालान किए: वर्ष 2022 के दौरान अवैध खनन के 6686 चालान किए गए हैं, जिनमें से 5999 चालान कंपाउंड करके उल्लंघनकर्ताओं से 10 करोड़ 12 लाख 69 हजार 700 रुपए जुर्माना प्राप्त किया गया है, जबकि शेष 669 चालान न्यायालयों को भेजे गए.

इस साल 702 चालान किए: डीजीपी ने बताया कि अवैध खनन माफिया के विरूद्ध पुलिस द्वारा दिनांक 01.01.2023 से 15.02.2023 तक अवैध खनन के 702 चालान किए गए, जिनमें से 583 चालान कंपाउंड करके उल्लंघनकर्ताओं से 37 लाख 9 हजार 250 रुपए जुर्माना किया गया. जबकि शेष 115 चालान न्यायालयों को भेजे गए हैं. पुलिस द्वारा अवैध खनन में संलिप्त 35 वाहनों को पकड़ा गया.

खनन माफिया यहां सक्रीय : गौरतलब है की हिमाचल में कूलू,ऊना,हमीरपुर, सिरमौर, सोलन,बद्दी, बिलासपुर, किन्नौर,कांगड़ा,चंबा सहित अन्य जगहों में खनन माफिया सक्रिय और आए दिन अवैध रूप से खनन कर रहे हैं. पुलिस ने भी अब खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए कमर कस ली और अवैध रूप से कर रहे खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस को जानकारी देने पर नाम रहेगा गुप्त: डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश में हो रहे अवैध रूप से खनन को रोकने के लिए पुलिस सख्त कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि खनन माफिया के चालान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. डीजीपी ने लोगों से भी अपील की है की वह अवैध रूप से खनन करने वालो की शिकायत पुलिस को दें, पुलिस उनका नाम गुप्त रखेगी, जिससे अवैध खनन करने वालो पर रोक लगाई जा सके. बता दें कि खनन माफियाओं पर पुलिस तो लगाम लगाने का प्रयास कर रही, लेकिन कई बार राजनीतिक दबाव के चलते कई बार अफसरों को पीछे हटना पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.