शिमला: राजधानी के भराड़ी में 3 साल पहले तेज प्रकाश के मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है. आइजीएमसी में बतौर चालक तेज प्रकाश की संदिग्ध मौत का रहस्य अभी भी बरकरार है. मृतक तेज प्रकाश के पिता ने मामले की उच्च स्तरीय जांच समेत उस डॉक्टर का नार्को टेस्ट करवाने की मांग की है जो मौत से पहले तेज प्रकाश के साथ था.
बुधवार को मृतक के पिता एलआर कौंडल ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उनके बेटे की हत्या हुई है और पुलिस इस केस में 3 साल से सही दिशा में जांच नहीं कर रही है. उनका कहना था कि मौके पर जिस हालत में उसके बेटे तेज प्रकाश का शव मिला था उससे जाहिर होता है कि उसकी हत्या की गई है. उसके बाद भी पुलिस धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है. पुलिस की जांच में मौत का कारण सिर्फ गिरना है, जोकि सही नहीं हैं.
मृतक के पिता ने बताया कि उनका बेटा 7 अप्रैल 2017 को एक डॉक्टर के पास भराड़ी गया था, लेकिन वह रात को वहा से वापिस नहीं आया और अगले दिन उसका शव भराड़ी में रास्ते से नीचे सन्दिग्ध अवस्था में मिला. उनका कहना था कि तब से लेकर पुलिस अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं लगा पाई. जबकि उनके बेटे की हत्या हुई है.
एलआर कौंडल ने कहा कि पुलिस ने एसडीएम के पास केस बंद करवाने को कहा है. मृतक के पिता का कहना है कि जिस डॉक्टर के पास वह गया था और उसका नार्को टेस्ट करवाया जाए और मामले की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए.
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