शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' कार्यक्रम के 100वें संस्करण का राजभवन में विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया. इस का आयोजन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और प्रसार भारती के माध्यम से किया गया. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे. इस मौके पर, पद्मश्री पुरस्कार विजेता विद्यानंद सरैक और नेक राम शर्मा, राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कार विजेता मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रदेश के जिन व्यक्तियों का जिक्र किया, वे भी इस दौरान उपस्थित रहे.
'मन की बात' कार्यक्रम के 100वें संस्करण के पश्चात, राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक ऐसा सामाजिक संवाद का कार्यक्रम है, जिसका मूल उद्देश्य एक ऐसी सामाजिक संपदा का निर्माण करना, जिसमें भारतीय समाज में अग्रगामी परिवर्तन आ सके. इसके माध्यम से समाज में अच्छे सामाजिक कार्य करने वालों को सामाजिक नायक के रूप में उभारना है ताकि वे एक आदर्श में परिवर्तित होकर अन्य लोगों में अच्छा कार्य करने की प्रेरणा जगा सके. उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ में ऐसे विषय होते हैं जो सीधे जन सरोकारों से जुड़े हैं.
जिन प्रतिभाओं का पीएम ने जिक्र किया, वे प्रेरणा की स्रोत: 'मन की बात' कार्यक्रम में राज्य से संबंधित जिन व्यक्तियों का प्रधानमंत्री ने जिक्र किया था, राज्यपाल ने कहा कि उनकी प्रतिभा जहां देशवासियों के लिए प्रेरणा बनी है. वहीं. प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है. इनमें सोलन स्थित मानव भारती संस्था और उससे जुड़े उर्मिला बाल्दी, संजना और विपुल गोयल, चंबा के भटियात विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले शिक्षक आशीष बहल, ऊना जिला के भटोली गांव से संबंध रखने वाले प्राथमिक शिक्षक राम कुमार जोशी, हमीरपुर के जगदीश चंद इत्यादि प्रेरणादायक व्यक्तियों का जिक्र किया.
राज्यपाल ने इस अवसर पर, नशा मुक्ति, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान, प्राकृतिक कृषि और मोटे अनाज की पैदावार पर लोगों से अपना योगदान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि ये विषय जन सरोकार से जुड़े हैं जिनमें हर व्यक्ति को सहयोग करने की आवश्यकता है.
डीआईजी डीके चौधरी व डॉ. निधि ने नशे पर दी अपनी प्रस्तुति: इस मौके पर, 'विचार विमर्श सत्र' का भी आयोजन किया गया, जिसमें डीआईजी डीके चौधरी, और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज से नशा निवारण विशेषज्ञ डॉ. निधि ने नशे पर अपनी प्रस्तुति दी. स्वास्थ्य निदेशक डॉ. गोपाल बेरी ने क्षय रोग उन्मूलन पर, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रघुबीर सिंह ने मिलट पर और महेंद्र भवानी, उप-निदेशक, कृषि ने प्राकृतिक कृषि पर अपनी प्रस्तुति दी. इस मौके पर, पद्मश्री नेक राम शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
इससे पूर्व आकाशवाणी व दूरदर्शन के उप निदेशक गुरविंदर सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया. आकाशवाणी की कार्यक्रम प्रमुख पूनम सिंह ने लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला का स्वागत किया. राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारी, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के समस्त अधिकारीगण व कर्मचारी सहित अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे.
Read Also- सरकार ने दो साल पूरा कर चुके अनुबंध कर्मचारियों को किया रेगुलर, चार साल के दैनिक भोगी भी Regular