शिमला: राजधानी शिमला में अब खतरनाक पेड़ों को काटा जा सकेगा. उप समिति ने नगर निगम को शहर के खतरनाक पेड़ों को कटाने की अनुमति दे दी है. शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में शुक्रवार देर शाम को उप समिति की बैठक हुई.
इस बैठक में नगर निगम की ट्री अथॉरिटी द्वारा शहर में खतरनाक और पुराने पेड़ों को काटने की स्वीकृति दे दी है. अब नगर निगम शिमला शहर में खतरनाक पेड़ों को जल्द काटेगा. हालांकि नगर निगम पिछले दो महीने से सरकार से पेड़ों को काटने की अनुमति मांग रहा था, लेकिन कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिल रही थी. जिसके बाद पेड़ों को काटने की मंजूरी के लिए उप समिति का गठन किया गया था.
नगर निगम महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि शहर में कई हिस्सों में खतरनाक पेड़ हैं और कई इलाकों में टहनियां घरों की ओर बिजली की तारों के लिए खतरा बने हुए थे. इन पेड़ों को कटाने के लिए सरकार से मांग की जा रही थी और शुक्रवार को उप समिति की बैठक में इन पेड़ों को काटने की अनुमति मिल गई है. उन्होंने अनुमति मिलने पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज का आभार जताया और कहा कि निगम अब इन पेड़ों को जल्द काटेगा.
बता दें शिमला शहर में 134 के करीब खतरनाक पेड़ हैं, जिसमें से अधिकतर लोगों के घरों के लिए खतरा बने हुए हैं और बरसात के मौसम में इन पेड़ों के गिरने का खतरा और भी बढ़ गया है. इन पेड़ों को काटने के लिए निगम को सरकार से अनुमति लेना जरूरी होती है.
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