शिमला: राजधानी शिमला में पेंशनर-डे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पेंशनर्स की मांगों पर विचार विमर्श किया गया और सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने मांग की गई.
पूर्व कर्मचारी महासंघ के अधयक्ष व पेंशनर एसएस जोगटा ने कहा कि सरकार पेंशनर्स को हल्के में ले रही है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगें पूरी न होने पर आने वाले दिनों में वह सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. मंगलवार को पेंशनर कल्याण संघ के प्रदेश सचिव हरिचंद गुप्ता ने कहा कि मंगलवार को पेंशनर दिवस पर सभी पेंशनर्स ने अपनी मांगें सरकार तक पहुंचाई है और यह भी कहा सरकार एक साल पहले किया वादा पूरा करे. उन्होंने कहा कि सीएम ने एक साल पहले पेंशनर्स की लंबित पड़ी सभी मांगों को पूरा करने का वादा किया था.
पेंशनर कल्याण संघ शिमला के अध्यक्ष आत्मा राम ने कहा कि पिछले 1 साल से पेंशनर्स इस उम्मीद में थे. पेंशनर्स से वादा किया गया था कि पंजाब के तर्ज पर उन्हें हर सुविधाएं दी जाएगी, लेकिन अभी तक उनकी मांगें जस की तस पड़ी हुई है. यहां तक कि जेसीसी की बैठक भी नही करवाई गई है.
पेंशनर संघ शिमला के सचिव सुभाष वर्मा ने कहा कि सरकार एक साल बाद भी अपना ही किया गया वादा भूल रही है. उन्होंने कहा की सीएम जयराम ने एक साल पहले पेंशनर सम्मेलन में वादा किया था कि पेंशनर्स को पंजाब की तर्ज पर 65 साल पर 5 फीसदी, 70 पर10 फसदी व 75 पर 15 फीसदी भत्ता देगी,लेकिन अभी तक पेंशनर्स के बकाया मेडिकल बिल ही क्लियर नहीं हुए हैं,जिससे पेंशनर में रोष है.