रामपुरः तीन कृषि कानून के विरोध में संयुक्त किसान संघर्ष समन्वय समिति ने आज देशभर में भारत बंद का आह्वान किया था. भारत बंद के आह्वान रामपुर में संयुक्त किसान संघर्ष समन्वय समिति ने विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान किसान नेता दयाल सिंह ने कहा कि किसानी व पशु उत्पाद के न्यूनतम समर्थन मूल्य या उसकी गारंटी न होना सिर्फ कृषक को ही नहीं बल्कि देश की जनता को भी बर्बादी की ओर ले जा रहा है. उन्होंने कहा कि देश में दो तरह की मंडिया बना दी हैं. एक सरकारी और दूसरी उसके समानांतर निजी मंडी. सरकारी मंडी में लदानी को टैक्स चुका कर खरीद करना पड़ती है. अब सीधे किसानों से खरीद करने या उन्हें लूटने की छूट दे दी गयी है. उन्होंने सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया.
रामपुर में नहीं दिखा भारत बंद का असर
भारत बंद का रामपुर में कोई असर देखने को नहीं मिला. पूरे इलाके में रोजमर्रा की तरह ही काम चलता रहा. किसान नेताओं का कहना है कि कृषि कानून रद्द कराने के बाद ही वे आंदोलन खत्म करेंगे. चार महीने से किसान हाईवे पर डटे हैं. किसानों व सरकार के बीच कई बार बातचीत हो चुकी है. गृहमंत्री अमित शाह भी किसानों से वार्ता कर चुके हैं. इसके बावजूद अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है.
ये भी पढ़ेंः- कोरोना से लड़ने में हिमाचलियों ने दिल खोलकर दिया दान, खजाने में जमा हुए 84 करोड़, मंडी टॉप पर
ये भी पढे़ं: गंभीर आरोप : स्कूल फीस वसूलने के लिए 10 साल की बच्ची को कर दिया कमरे में बंद !