शिमला: रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक हुई डिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हिमाचल के चार जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. कांगड़ा, ऊना, सोलन और सिरमौर जिले में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर इन जिलों में 10 मई तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. बता दें कि कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक लगाया गया है. वहीं, बाहर से हिमाचल आने वालों लोगों को 72 घंटे में RTPCR टेस्ट कराना होगा.
बाहर से आने वालों के लिए 72 घंटे के भीतर RTPCR टेस्ट जरूरी
राज्य में आने वाले सभी लोगों को 72 घंटों के भीतर आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य में आने वाले किसी व्यक्ति ने अगर कोविड आरटीपीसीआर परीक्षण नहीं करवाया है तो उसे अपने निवास स्थान पर 14 दिन तक होम क्वारंटीन रहना होगा. उनके पास घर आने के 7 दिन के बाद स्वयं परीक्षण करवाने का विकल्प भी होगा. अगर परीक्षण नेगेटिव पाया जाता है तो उन्हें होम क्वारंटीन में रहने की आवश्यकता नहीं है.
इसके अलावा बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकाय अपने-अपने क्षेत्र में मानक संचालन प्रक्रिया और दिशा-निर्देशों को प्रभावी रूप से लागू करने में शामिल होंगे. उनके पास उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार होगा ताकि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सके.
समय-समय पर स्थितियों की समीक्षा करके लिए जाएंगे निर्णय
इतना ही बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सरकार समय-समय पर स्थितियों का समीक्षा करके उचित निर्णय लेगी. बैठक में स्थानीय स्तर पर विशेष टीम गठित किए जाने का निर्णय लिया गया ताकि सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समारोहों के दौरान मानक संचालन प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके. इन दलों को सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अधिकार होगा.
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बैठक में ये मंत्री और अधिकारी रहे मौजूद
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, तकनीकी शिक्षा और जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मारकण्डा, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, वन मंत्री राकेश पठानिया, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी और अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे.
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