शिमला: राजधानी शिमला के उप नगर कसुम्पटी में युवक के सुसाइड मामले में नया मोड़ आ गया है. मामले की जांच कर रही पुलिस को अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिसमें इसकी पुष्टि हो सके कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या थी. सोमवार को पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने शक के दायरे में आए लोगों से घंटों पूछताछ की.
रानी मैदान जाने से पहले किया था फोन: जांच में पता चला है कि रानी मैदान जाने से पहले इसने अपने परिचित को फोन किया था, चूंकि मृतक के पास अपना फोन नहीं था इसलिए कसुम्पटी में जान पहचान के किसी व्यक्ति का फोन लेकर अपने दोस्त को कॉल कर रानी मैदान बुलाया था. फोन पर उसके दोस्त ने कहा था कि वह इतना जल्दी नहीं पहुंच सकता है.
ड्रोन की मदद ले चुकी पुलिस: सूत्रों के मुताबिक पुलिस को जहां पर युवक का शव मिला, उसके आसपास कई बार पुलिस की टीमें तलाशी अभियान चला चुकी. यही नहीं पुलिस ने युवक की तलाश के लिए ड्रोन की भी मदद ली थी, लेकिन शव ऐसी जगह था कि दिखाई नहीं दे रहा था.
29 अप्रैल को रानी मैदान जाते दिखा: पुलिस ने कसुम्पटी में लोगों के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला. एक कैमरे में 29 अप्रैल को वह रानी मैदान की तरफ जाते हुए दिख रहा है. पुलिस ने इसकी पूरी फुटेज देखी तो वह वापस वहां से नहीं लौटा. हालांकि,मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की किसी ने हत्या की है.
गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज हुई थी. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अभिषेक पुत्र वीर सिंह निवासी बाली कोटी, तहसील शिलाई, जिला सिरमौर पिछले 29 अप्रैल से लापता था. युवक शिमला में रह रहा था और संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक गायब हो गया था. पुलिस ने गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कर इसकी तलाश शुरू की थी, जिसका बाद शव पुलिस को मिला था.
जांच के लिए बनाई गई एसआईटी: पुलिस ने मामले की जांच के लिए एएसपी सुनील नेगी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की है. एसपी शिमला खुद पूरे मामले की जांच पर नजर रखे हुए हैं. मामले की जांच के लिए पुलिस ने साइबर सेल के अधिकारियाें काे भी शामिल किया है. सारा रिकार्ड खंगालकर मामले की करीब पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है.
चौकी इंचार्ज और कांस्टेबल सस्पेंड हो चुके: बता दें कि इस केस में लापरवाही बरतने पर कसुम्पटी चौकी इंचार्ज और एक कांस्टेबल को पहले सस्पेंड किया जा चुका है.बीते शनिवार को परिजन और लोग शव शव लेकर डीसी ऑफिस पहुंचे थे. वहां पर उन्होंने प्रदर्शन किया था.इससे पहले एसपी कार्यालय की तरफ शव लेकर बढ़ रहे परिजनों व पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई थी. देर रात तक एसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर प्रदर्शन हुआ था. हंगामा बढ़ता देख एसपी शिमला संजीव गांधी भी मौके पर पहुंचे थे परिजनों को समझाकर शांत किया था.
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