चौपाल/शिलाई: शिमला जिला के नेरवा से संबंध रखने वाले 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. ये सभी लोग थाना नेरवा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कैदी और ग्राम पंचायत भराणू के रहने वाले बताए जा रहे हैं. पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर पता चला है कि ये लोग 40 दिन की जमात के बाद पांवटा साहिब से वापिस अपने घर लौट रहे थे.
चौपाल उपमंडल के जमराडी बैरियर पर एक पिकअप नंबर HP-17D-1418 को जमराड़ी बेरीयर पर पुलिस द्वारा डिटेन किया गया जिसमें समुदाय विशेष के 11 लोग सवार थे. जमराडी बेरीयर ने इंचार्ज ने डीएसपी चौपाल को मामले की जानकारी दी.
जिसके बाद डीएसपी चौपाल ने मौके पर पहुंच कर उन सभी से पुछताछ करने के बाद नेरवा अस्पताल में उनकी स्वास्थ्य जांच करवाई गई. मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद सभी लोगों को राजकीय महाविद्यालय नेरवा में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है.
उपरोक्त सभी लोगों के खिलाफ कर्फ्यू के चलते सरकार के आदेशों की अवहेलना करने पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है और प्रयोग किया जा रहा वाहन भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 40 दिनों की जमात के बाद वापिस नेरवा लौटने वाले 9 लोगों की पहचान गांव किमाचंदरावली डाकघर कैदी तहसील नेरवा के रहने वाले गुलेश मोहम्मद पुत्र नैक मोहम्मद, सलीम दीन पुत्र कैमो दीन, वर्शद अली पुत्र शफी मोहम्मद, मोहम्मद अनवर पुत्र शाबोदीन.
मोहम्मद इरफान पुत्र युसफ, शवीर पुत्र फिजोदीन, मोहम्मद आरिफ पुत्र शेर मोहम्मद, कयुम मोहम्मद पुत्र मोहम्मद हनीफ, अब्दुल पुत्र हिदायत तुला के रूप में हुई है. जबकि 2 लोगों की पहचान भराणू गांव के रहने वाले अजरुद्दीन पुत्र दैसू, कमरशाह पुत्र अब्दुल गनी के रूप में हुई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन लोगों के साथ तक़रीबन एक दर्जन से ज्यादा और लोग भी जमात के लिए नेरवा से पांवटा साहिब गये हुए थे. जो अभी तक घर वापिस नहीं लौटे है.
मामले की पुष्टि करते हुए चौपाल के डीएसपी वरुण पटियाल ने बताया कि सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच करवाने के बाद उन्हें नेरवा में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है. प्रारंभिक जांच में किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए है. एक पिक अप गाड़ी को भी जब्त किया गया है और सभी लोगों के खिलाफ नियमानुसार आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करके जांच की जा रही है.