शिमला: आजकल माय स्टाम्प को लेकर शिमला आने वाले पर्यटकों में खूब क्रेज देखने को मिल रहा है. डाक से अगर आपको कोई लैटर भेजना है तो आप उस लेटर पर अपनी फोटो वाली डाक टिकट लगा कर पोस्ट कर सकते हैं. यह माय स्टाम्प आप राजधानी शिमला के जीपीओ फिलेटली ब्यूरो में बना सकते हैं.
बता दें कि माय स्टाम्प बनाने के बाद इसे अपने पास कलेक्शन की तरह रखने के साथ आप इसका इस्तेमाल डाक के माध्यम से भेजें जाने बाले लैटर और अन्य कागजात पर कर सकते हैं. यह माय स्टाम्प अलग-अलग थीम पर शिमला फिलेटली ब्यूरो में उपलब्ध है.
शिमला में आने वाले पर्यटकों में भी माय स्टाम्प बनाने को लेकर काफी रुझान नजर आ रहा है. मालरोड पर स्थित जोपीओ फिलेटली ब्यूरो के काउंटर पर पहुंच कर पर्यटक माय स्टाम्प बना रहे हैं.
शिमला में 'माय स्टाम्प' को लेकर बढ़ा क्रेज, लोग अपनी डाक टिकट बना कर पोस्ट कर रहे लैटर
शिमला में 'माय स्टाम्प' को लेकर बढ़ा क्रेज, अगर आपको कोई लैटर भेजना है तो आप भी उस लेटर पर अपनी फोटो वाली डाक टिकट लगा कर पोस्ट कर सकते हैं, माय स्टाम्प को लेकर शिमला आने वाले पर्यटकों में खूब क्रेज देखने को मिल रहा है.
शिमला: आजकल माय स्टाम्प को लेकर शिमला आने वाले पर्यटकों में खूब क्रेज देखने को मिल रहा है. डाक से अगर आपको कोई लैटर भेजना है तो आप उस लेटर पर अपनी फोटो वाली डाक टिकट लगा कर पोस्ट कर सकते हैं. यह माय स्टाम्प आप राजधानी शिमला के जीपीओ फिलेटली ब्यूरो में बना सकते हैं.
बता दें कि माय स्टाम्प बनाने के बाद इसे अपने पास कलेक्शन की तरह रखने के साथ आप इसका इस्तेमाल डाक के माध्यम से भेजें जाने बाले लैटर और अन्य कागजात पर कर सकते हैं. यह माय स्टाम्प अलग-अलग थीम पर शिमला फिलेटली ब्यूरो में उपलब्ध है.
शिमला में आने वाले पर्यटकों में भी माय स्टाम्प बनाने को लेकर काफी रुझान नजर आ रहा है. मालरोड पर स्थित जोपीओ फिलेटली ब्यूरो के काउंटर पर पहुंच कर पर्यटक माय स्टाम्प बना रहे हैं.
Body:शिमला में आने वाले पर्यटकों में भी माई स्टैम्प बनाने को लेकर काफी रुझान है। मॉलरोड पर स्थित जोपीओ के फिलेटली ब्यूरो के काउंटर पर पहुंच कर पर्यटक माई स्टैम्प बनवा रहे है। शिमला के मॉल रोड के साथ ही क़ई तरह के फूलों की माई स्टैम्प थीम फिलेटली ब्यूरो के पास है जिनका इस्तेमाल कर पर्यटकों की माई स्टैम्प बनाई जा रही हैं। बीते वर्ष172 माई स्टैम्प शिमला फिलेटली ब्यूरो की ओर से बनाई गई थी और इस वर्ष यह आंकड़ा अभी तक 90 पर पहुंच चुका है। लोगों को माई स्टैम्प के बारे में जानकारी मिल सके और वो इसे लेकर जागरूक हो सके इसके लिए शिमला जीपीओ के बाहर भी इसकी जानकारी देने के लिए एक बोर्ड लगाया गया है। वहीं स्कूली बच्चों को भी इसकी जानकारी दी जा रही है ताकि वो भी डाक टिकटों के महत्व को जानने के साथ ही अपनी स्टैम्प बनवाने में रुचि दिखाए।
Conclusion:फिलेटली ब्यूरो की ओर से 300 रुपए की 12 सटेंप्स की एक शीट बनाई दी जाती है। 5 रुपए की कीमत की यह सटेंप्स बनाई जाती है जिन्हें डाक टिकट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। खास बात यह है कि जिस भी थीम पर आपको माई स्टैम्प बनानी है उसका चयन कर आपकी अपनी फ़ोटो के साथ स्टैम्प बनाकर तैयार की जाएगी। इसे एक गिफ्ट के रूप में भी बनवा कर तैयार कर दिया जा सकता है। लोगों को जैसे-जैसे माई स्टैम्प क़ई जनाकारी मिल रही है वैसे वैसे इन्हें बनाने में भी लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। पर्यटकों के साथ ही बच्चें ओर स्थानीय लोग भी माई स्टैम्प में रुझान दिखा रहे है और शिमला जीपीओ आ कर माई स्टैम्प बनवा रहे है। शिमला जीपीओ के फिलेटली ब्यूरो के इंचार्ज डी.डी शर्मा ने बताया कि माई स्टैम्प को लेकर लोगों में रुझान बढ़ रहा है और पर्यटकों के साथ ही अन्य लोग भी अपनी फोटो लगी सटेंप्स बनवाने के लिए फिलेटली काउंटर पर आ रहे है।