ETV Bharat / state

शिमला में आवारा कुत्तों की समस्या, नगर निगम ने पालतू कुत्तों के लिए बदल दिए नियम - पालतू कुत्तों का पंजीकरण

राजधानी की जनता आवारा कुत्तों से ना जाने कितने समय से परेशान है, लेकिन नगर निगम शिमला पालतु कुत्तों को लेकर नियम बदलने में लगा हुआ है. महापौर कुसुम सदरेट से आवारा कुत्तों की समस्या के बारे में पुछने पर कहा कि नियमों के चलते हम आवारा कुत्तों का कुछ नहीं कर सकते हैं.

Municipal corporation shimla changed rules for pet dogs
author img

By

Published : Oct 1, 2019, 1:40 PM IST

शिमलाः राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक से नगर निगम छुटकारा तो नहीं दिला पा रहा है, लेकिन अब नगर निगम ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है. यही नहीं, यह पंजीकरण अब पहले से मंहगा पड़ेगा. लोगों को 50 की जगह अब 500 रुपये शुल्क चुकाना होगा.

नगर निगम बाकायदा रिज मैदान पर जागरुकता कैम्प लगाने जा रहा है. जंहा लोग अपने पालतू कुत्तों का पंजीकरण करवाना होगा. जिसके बाद निगम एक टोकन जारी करेगा और कुत्ते की पहचान हो सकेगी. भविष्य में इस टोकन में चिप लगाने की भी योजना भी है ताकि कुत्ते के मालिक की पूरी जानकारी तुरंत मिल सके.

वीडियो.

बता दें कि शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है. हर रोज कुत्तों के काटने के मामले अस्पताल में आ रहे हैं, लेकिन नगर निगम इन कुत्तों के आतंक से छुटकारा दिलाने में हाथ खड़े कर दिए है.

नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर में झुंडों में आवारा कुत्ते घूमते है और लोग भी परेशान हैं, लेकिन नियमों के चलते इन कुत्तों का कुछ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शहर में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है.

शहर में लोगों द्वारा पाले जा रहे कुत्ते गंदगी फैला रहे हैं, जिसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है. इसके लिए रिज मैदान पद्म देव कॉम्प्लेक्स पर जल्द ही कैंप लगाया जाएगा और कुत्तों में एक चिप लगाई जाएगी जिससे आसानी से मालिक की जानकारी मिल सके.

शिमलाः राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक से नगर निगम छुटकारा तो नहीं दिला पा रहा है, लेकिन अब नगर निगम ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है. यही नहीं, यह पंजीकरण अब पहले से मंहगा पड़ेगा. लोगों को 50 की जगह अब 500 रुपये शुल्क चुकाना होगा.

नगर निगम बाकायदा रिज मैदान पर जागरुकता कैम्प लगाने जा रहा है. जंहा लोग अपने पालतू कुत्तों का पंजीकरण करवाना होगा. जिसके बाद निगम एक टोकन जारी करेगा और कुत्ते की पहचान हो सकेगी. भविष्य में इस टोकन में चिप लगाने की भी योजना भी है ताकि कुत्ते के मालिक की पूरी जानकारी तुरंत मिल सके.

वीडियो.

बता दें कि शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है. हर रोज कुत्तों के काटने के मामले अस्पताल में आ रहे हैं, लेकिन नगर निगम इन कुत्तों के आतंक से छुटकारा दिलाने में हाथ खड़े कर दिए है.

नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर में झुंडों में आवारा कुत्ते घूमते है और लोग भी परेशान हैं, लेकिन नियमों के चलते इन कुत्तों का कुछ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शहर में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है.

शहर में लोगों द्वारा पाले जा रहे कुत्ते गंदगी फैला रहे हैं, जिसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है. इसके लिए रिज मैदान पद्म देव कॉम्प्लेक्स पर जल्द ही कैंप लगाया जाएगा और कुत्तों में एक चिप लगाई जाएगी जिससे आसानी से मालिक की जानकारी मिल सके.

Intro:

राजधानी में आवारा कुत्तों के आतंक से नगर निगम छुटकारा तो नही दिला पा रहा है लेकिन अब नगर निगम ने पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। यही नहीं, यह पंजीकरण अब पहले से मंहगा पड़ेगा। लोगों को 50 की जगह अब 500 रुपये शुल्क चुकाना होगा। इसके लिए नगर निगम बाकायदा रिज मैदान पर कैम्प लगाने जा रहा है जहा लोग अपने पालतू कुत्तों का पंजीकरण करवाना होगा। जिसके बाद निगम एक टोकन जारी करेगा जिससे कुत्ते की पहचान हो सकेगी। भविष्य में इस टोकन में चिप लगाने की भी योजना है ताकि कुत्ते के मालिक की पूरी जानकारी तुरंत मिल सके।
Body:बता दे शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है । हर रोज कुत्तों के काटने के मामले अस्पताल में आ रहे है। लेकिन नगर निगम इन कुत्तों के आतंक से छुटकारा दिलाने में हाथ खड़े कर दिए है। नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि शहर में झुंडों में आवारा कुत्ते घूमते है और लोग भी परेशान है लेकिन नियमो के चलते इन कुत्तों का कुछ नही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शहर में पालतू कुत्तों का पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है। शहर में लोगो द्वारा पाले जा रहे कुत्ते गदगी फैला रहे है। जिसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इसके लिए रिज मैदान पद्म देव काम्प्लेक्स पर जल्द ही केम्प लगाया जाएगा और कुत्तों में एक चिप लगाई जाएगी जिससे आसानी से मालिक की जानकारी मिल सके

Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.