शिमला: हिमाचल प्रदेश पुलिस पे -बैंड (Himachal Pradesh Police Pay Band)का मामला शुक्रवार को विधानसभा में गूंजा. कटौती प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिसकर्मी प्रदर्शन कर रहे .मुख्यमंत्री ने उन्हें पेमेंट का आश्वासन दिया था ,लेकिन बजट भाषण में कहीं भी इसका जिक्र नहीं किया गया.
इन कर्मियों को 8 साल बाद ही संशोधित वेतनमान मिलता. सरकार पुलिस का प्रयोग धरना करने वालो पर डंडे चलाने ओर मामले दर्ज करने के लिए प्रयोग करती, लेकिन इनके हक बहाल नहीं कर रही है. सरकार ने जब कॉन्ट्रैक्ट पीरियड 2 साल का कर दिया तो ऐसे में सरकार को चाहिए कि कॉन्ट्रैक्ट प्रथा पूरी तरह से खत्म कर नियमित रूप से सभी विभागों में भर्ती की जाए.
प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर भी मुकेश अग्निहोत्री पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में गुड़िया और होशियार प्रिंट मामले पर भाजपा ने जमकर राजनीति की और उस के बल पर सत्ता पर काबिज हुई, लेकिन प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खस्ता है. हर रोज प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं.प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं रही. 1397 रेप के मामले सामने आए .वहीं, 346 मर्डर केस दर्ज हुए. प्रदेश में खनन माफिया सक्रिय जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.
ऊना में खुलेआम रेत निकाली जा रही. चिट्टा माफिया सक्रिय और अब चिट्टा जनजतिय क्षेत्रों तक पहुच गया. साथ ही प्रदेश में शराब से 9 लोगों की जान गई और उसके बाद सरकार और पुलिस प्रशासन जागा. पहले ही सरकार ने सख्ती क्यों नहीं की. इसके अलावा ऊना में फैक्ट्री में धमाका होने से 11 लोग की जान चली गई.
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