ETV Bharat / state

छात्रों के लिए खुले ग्रीष्मकालीन स्कूल, पहले दिन 5वीं और 8वीं के छात्रों की संख्या रही अधिक

सोमवार से प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूल छात्रों की नियमित कक्षाओं के लिए खुल गए हैं. विभाग की ओर से जो आंकड़े जुटाए गए हैं उसके अनुसार प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 9वीं से लेकर जमा 1 तक के 35 से 40 की सभी स्कूल पहुंचे तो 12वीं कक्षा के 45 से 50 फीसदी छात्र ने पहले दिन स्कूल खुलने पर स्कूल पहुंचे हैं.

Summer schools open in himachal
हिमाचल में छात्रों के लिए खुले ग्रीष्मकालीन स्कूल.
author img

By

Published : Feb 1, 2021, 10:24 PM IST

शिमला: सरकार के निर्देशों के तहत सोमवार से प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूल छात्रों की नियमित कक्षाओं के लिए खुले. स्कूलों में पांचवीं, आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र अपनी नियमित कक्षाएं लगाने के लिए पहुंचे. कोरोना के डर के बीच भी छात्र स्कूल खुलने के बाद स्कूल पहुंचे में. प्रदेश के जिन के ग्रीष्मकालीन स्कूलों को छात्रों की नियमित कक्षाओं के लिए खोला गया है उसमें यह देखा गया कि पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की संख्या नवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की संख्या से अधिक रही. वहीं पांचवीं और आठवीं कक्षा के सबसे ज्यादा छात्र कांगड़ा जिला के स्कूलों में आए. शिक्षा विभाग ने पहले दिन ही स्कूलों में आए छात्रों की संख्या के आंकड़े भी जुटाए.

SOP के तहत स्कूल में छात्रों का प्रवेश

विभाग की ओर से जो आंकड़े जुटाए गए हैं उसके अनुसार प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 9वीं से लेकर जमा 1 तक के 35 से 40 की सभी स्कूल पहुंचे तो 12वीं कक्षा के 45 से 50 फीसदी छात्र ने पहले दिन स्कूल खुलने पर स्कूल पहुंचे हैं. वहीं, पांचवीं कक्षा में 35 हजार 968 छात्रों में से 24 हजार 709 छात्र स्कूलों में पहुंचे. वहीं, आठवीं कक्षा में 35845 छात्रों में से 21436 छात्र स्कूल पहुंचे. प्रदेश की जो स्कूल सोमवार से खुले वहां छात्रों को तय एसओपी का पालन करते हुए ही प्रवेश दिया गया.

स्कूल गेट पर थर्मल स्कैनिंग

स्कूल गेट पर थर्मल स्कैनिंग और हाथ सेनिटाइज करने के बाद छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग करते हुए कक्षाओं में बैठाया गया. कुछ स्कूल ऐसे थे जिन्होंने ग्राउंड में ही छात्रों के अलग-अलग कक्षाएं लगाई जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके.वहीं मंडी जिला में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बाद विभाग भी स्कूलों को खोलने के बाद सतर्क हो गया है. विभाग ने यह फैसला लिया है कि स्कूलों से रोजाना फीडबैक लिया जाएगा. इसमें सभी स्कूल किस तरह SOP का पालन कर रहे हैं उसके फोटोग्राफ उन्हें ऑनलाइन ही भेजने होंगे. स्कूलों की मॉनिटरिंग भी की जाएगी और जिन स्कूलों में शिक्षक कोरोना पॉजिटिव आए है वहां अन्य शिक्षकों और स्टाफ को भी कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में खुले स्कूल, कोरोना नियमों का रखा जा रहा ध्यान

प्रदेश में करीब 12 हजार स्कूल खुले

प्रदेश में 15 हजार की करीब ग्रीष्मकालीन स्कूलों में से सोमवार को 12 हजार के करीब स्कूल खुले हैं. मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के सभी स्कूल आदेशों के तहत बंद रहे और यह स्कूल आगामी 7 फरवरी तक बंद ही रहेंगे. बता दें कि विभाग की ओर से स्कूल तो खोल दिए गए हैं लेकिन मंडी जिला में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अभी भी अभिभावकों में अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर डर बना हुआ है. विभाग की ओर से भी छात्रों पर स्कूल आने को लेकर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है और हाजरी भी अनिवार्य नहीं की गई है. वहीं हर घर पाठशाला माध्यम से ऑनलाइन भी छात्रों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं. यही वजह है कि स्कूल खुलने के पहले दिन सभी छात्र स्कूल नहीं आए.

ये भी पढ़ें: मुझे दुःख होता हैं, जिन्हें मैं राजनीति में लाया उन्होंने मेरा हाल भी नहीं पूछा: वीरभद्र सिंह

शिमला: सरकार के निर्देशों के तहत सोमवार से प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूल छात्रों की नियमित कक्षाओं के लिए खुले. स्कूलों में पांचवीं, आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र अपनी नियमित कक्षाएं लगाने के लिए पहुंचे. कोरोना के डर के बीच भी छात्र स्कूल खुलने के बाद स्कूल पहुंचे में. प्रदेश के जिन के ग्रीष्मकालीन स्कूलों को छात्रों की नियमित कक्षाओं के लिए खोला गया है उसमें यह देखा गया कि पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की संख्या नवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की संख्या से अधिक रही. वहीं पांचवीं और आठवीं कक्षा के सबसे ज्यादा छात्र कांगड़ा जिला के स्कूलों में आए. शिक्षा विभाग ने पहले दिन ही स्कूलों में आए छात्रों की संख्या के आंकड़े भी जुटाए.

SOP के तहत स्कूल में छात्रों का प्रवेश

विभाग की ओर से जो आंकड़े जुटाए गए हैं उसके अनुसार प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 9वीं से लेकर जमा 1 तक के 35 से 40 की सभी स्कूल पहुंचे तो 12वीं कक्षा के 45 से 50 फीसदी छात्र ने पहले दिन स्कूल खुलने पर स्कूल पहुंचे हैं. वहीं, पांचवीं कक्षा में 35 हजार 968 छात्रों में से 24 हजार 709 छात्र स्कूलों में पहुंचे. वहीं, आठवीं कक्षा में 35845 छात्रों में से 21436 छात्र स्कूल पहुंचे. प्रदेश की जो स्कूल सोमवार से खुले वहां छात्रों को तय एसओपी का पालन करते हुए ही प्रवेश दिया गया.

स्कूल गेट पर थर्मल स्कैनिंग

स्कूल गेट पर थर्मल स्कैनिंग और हाथ सेनिटाइज करने के बाद छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग करते हुए कक्षाओं में बैठाया गया. कुछ स्कूल ऐसे थे जिन्होंने ग्राउंड में ही छात्रों के अलग-अलग कक्षाएं लगाई जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके.वहीं मंडी जिला में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बाद विभाग भी स्कूलों को खोलने के बाद सतर्क हो गया है. विभाग ने यह फैसला लिया है कि स्कूलों से रोजाना फीडबैक लिया जाएगा. इसमें सभी स्कूल किस तरह SOP का पालन कर रहे हैं उसके फोटोग्राफ उन्हें ऑनलाइन ही भेजने होंगे. स्कूलों की मॉनिटरिंग भी की जाएगी और जिन स्कूलों में शिक्षक कोरोना पॉजिटिव आए है वहां अन्य शिक्षकों और स्टाफ को भी कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में खुले स्कूल, कोरोना नियमों का रखा जा रहा ध्यान

प्रदेश में करीब 12 हजार स्कूल खुले

प्रदेश में 15 हजार की करीब ग्रीष्मकालीन स्कूलों में से सोमवार को 12 हजार के करीब स्कूल खुले हैं. मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के सभी स्कूल आदेशों के तहत बंद रहे और यह स्कूल आगामी 7 फरवरी तक बंद ही रहेंगे. बता दें कि विभाग की ओर से स्कूल तो खोल दिए गए हैं लेकिन मंडी जिला में शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अभी भी अभिभावकों में अपने बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर डर बना हुआ है. विभाग की ओर से भी छात्रों पर स्कूल आने को लेकर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है और हाजरी भी अनिवार्य नहीं की गई है. वहीं हर घर पाठशाला माध्यम से ऑनलाइन भी छात्रों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं. यही वजह है कि स्कूल खुलने के पहले दिन सभी छात्र स्कूल नहीं आए.

ये भी पढ़ें: मुझे दुःख होता हैं, जिन्हें मैं राजनीति में लाया उन्होंने मेरा हाल भी नहीं पूछा: वीरभद्र सिंह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.