शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आपदा को लेकर पहले दिन हुए हंगामे के बाद दूसरे दिन भी चर्चा जारी रही. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव के समर्थन और विरोध में अपने विचार रखे. इस दौरान जिला चंबा के भरमौर से विधायक डॉ. जनक राज ने भी आपदा के दौर में सरकार को विधानसभा के अंदर घेरने की कोशिश की.साथ ही जनक राज ने विधानसभा के अंदर पत्र बम मामला उठाने का भी प्रयास किया, हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के रोकने के बाद इस मामले पर बात आगे नहीं बढ़ सकी.
दरअसल, भाजपा विधायक डॉ. जनक राज ने पत्र बम मामले में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पत्र किसी कांग्रेस के ही व्यक्ति का है, जो प्रदेश सरकार के भीतर के भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि, इस पत्र को फर्जी आखिर कैसे घोषित कर दिया गया. जनक राज ने कहा कि जबसे यह मामला सामने आया है सैकड़ों लोग इसकी सत्यता के बारे में उन से पूछ चुके हैं. ऐसे में उन्होंने सदन के अंदर यह मामला उठाने की कोशिश की, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने उन्हें यह मामला एक दूसरे नियम के तहत लाने की बात कही. जनक राज ने कहा कि इसको स्वीकार करते हुए वह विधानसभा में इस मामले को उठाएंगे.
आपदा को लेकर जारी चर्चा के बीच भाजपा विधायक जनक राज ने सरकार के आपदा प्रबंधन पर सवाल खड़े किए. जनक राज ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पीड़ित लोगों को मदद नहीं मिल रही है. जनक राज ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश इस वक्त आपदा की स्थिति से जूझ रहा है और सरकार पोस्टर लगाने में लगी हुई है. चारों ओर नया दौर और सुख की सरकार के पोस्टर नजर आते हैं, लेकिन ये दौर केवल आपदा का है और प्रदेश में कोई सुखी नहीं है. वहीं, जनक राज ने सरकार की परफॉर्मेंस को चुनौती देते हुए वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन करने की बात भी कह दी.