चौपाल (शिमला): जिला शिमला के चौपाल विकास खंड में पंचायती राज चुनाव पर हिमाचल हाई कोर्ट ने फिलहाल रोक लगाई हुई है. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने बताया की कुपवी, चौपाल, टूटू और धर्मपुर ब्लॉक में पंचायती राज के चुनाव पर हिमाचल हाई कोर्ट द्वारा रोक लगाई गई थी. जिसमें से चौपाल ब्लॉक को छोड़कर बाकी सभी ब्लॉक से हाई कोर्ट ने अपना स्टे हटा दिया है.
उन्होंने बताया कि चौपाल ब्लॉक की खगना पंचायत लगातार 5 बार महिला के लिए आरक्षित हुई थी. जिसके बाद वहां की जनता ने ये मामला हिमाचल हाई कोर्ट में उठाया था कि लगातार 5 बार आरक्षित होने के बाद खगना पंचायत को अनारक्षित रखा जाना चाहिए था.
रोस्टर को यथा स्थिति में रखा जाता है तो अगले बार खगना पंचायत अनारक्षित रहेगी
बलवीर वर्मा ने बताया कि 2010 के पंचायत रोस्टर और 2011 की जनगणना के आधार पर ये तय किया गया था. इसमें किसी अधिकारी या किसी कर्मचारी की कोई गलती नहीं है. इस बार अगर हाई कोर्ट द्वारा रोस्टर को यथा स्थिति में रखा जाता है तो अगले बार खगना पंचायत अनारक्षित रहेगी.
हालांकि, कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी ने भी चौपाल में चुनाव अधिकारी पर भाजपा सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया था. कांग्रेस का कहना था कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुपवी ब्लॉक में 2 दिनों बाद चुनावी रोस्टर बदला गया है. जिसमें पहले रोस्टर में अनारक्षित दर्शाई गई 7 पंचायतों को 2 दिनों बाद आरक्षित दिखाया गया था.
कुपवी ब्लॉक से हाई कोर्ट ने अपना स्टे हटा दिया है
बलवीर वर्मा ने बताया कि लिहाजा कुपवी ब्लॉक से हाई कोर्ट ने अपना स्टे हटा दिया है. बावजूद उसके चौपाल ब्लाक में पंचायती राज चुनाव पर हाई कोर्ट की रोक के कारण फिलहाल चुनावी माहौल थोड़ा नरम-गरम नजर आ रहा है.
वहीं, हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज और स्थानीय निकाय के चुनावों का बिगुल बजते ही भाजपा ने कमर कस ली है. शिमला जिला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक बलवीर वर्मा उर्फ बिट्टू वर्मा भी भाजपा समर्थित प्रत्यक्षियों को चुनाव जीतवाने में जुट गए हैं.