ETV Bharat / state

सड़कें बनाते समय क्रॉस ड्रेनेज, कलवर्ट बनें, यह सुनिश्चित किया जाएगाः मंत्री विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल में सड़कें ही राज्य की जीवन रेखाएं हैं. ऐसे में सोमवार को हिमाचल विधानसभा में कटौती प्रस्ताव के तहत प्रदेश में सड़क को लेकर विधायकों ने चर्चा की. पढ़ें पूरी खबर...

मंत्री विक्रमादित्य सिंह.
मंत्री विक्रमादित्य सिंह.
author img

By

Published : Mar 27, 2023, 8:10 PM IST

Updated : Mar 27, 2023, 9:37 PM IST

शिमला: सड़कों को बनाते समय इनमें क्रॉस ड्रेनेज, कलवर्ट बनाए जाएं यह विभाग सुनिश्चित करेगा. सोमवार को विधानसभा में पीडब्ल्यूडी के तहत सड़क, पुल व भवन पर कटौती प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर एक साल में सड़कें उखड़ जाएं तो यह उन इलाकों के लोगों के साथ अन्याय है. इससे बेहतर है कि सड़कें बनाई ही न जाएं. उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग क्रॉस ड्रेनेज व कलवर्ट बनाने की ओर ध्यान देगा.

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सड़कों व अन्य कार्यों की एफसीए की मंजूरी को लेकर सरकार ने कदम उठाए हैं. डीसी की अध्यक्षता में यूजर एजेंसी के साथ तालमेल बैठाने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि एफसीए को लेकर बारी-बारी जो फाइलें आपत्तियां लगाकर भेजी जाती हैं वो चिंतनीय है. उन्होने कहा कि इसको लेकर संबंधित विभागों में तालमेल बैठाने के लिए समय-समय पर इंटर डिपार्टमेंटल बैठक की जाएंगी, जिससे कि एफसीए की क्लीयरेंस जल्द मिले.

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में मौजूदा समय में 40185 किलोमीटर लंबी सड़कें है, अगले वित्त वर्ष में इनको 41 हजार किलोमीटर से अधिक करने का लक्ष्य रखा है. विभाग द्वारा नए वित्त वर्ष में 1505 मैटलिंग व टारिंग की जाएगी. इसके अलावा 1060 किलोमीटर लंबी सड़कें, 990 क्रॉस ड्रेनेज, 70 नए पुलों का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा 70 गांवों को सड़कों से जोड़ने, 650 किलोमीटर सड़कों की अपग्रेडेशन करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है.

चर्चा में हिस्सा लेते हुए मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने कहा है कि सड़कें हिमाचल में अहम स्थान रखती हैं. उन्होंने कहा कि हमारी भौगोलिक परिस्थिति अलग है. ऐसे में हमें सड़कों के बारे में नीतिगत फैसला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देखा गया है कि सड़क की मैटलिंग करने के एक साल के अंदर ही यह उखड़ जाती है. पीएमजीएसवाई सड़कों के उखड़ने की समस्या आ रही है. इसकी वजह ड्रेनेज सिस्टम का न होना है. इस कारण बारिश का पानी इन सड़कों को खराब कर देता है. ऐसे में यह जरूरी है कि सड़कों पर क्रॉस ड्रेनेज बनाई जाए.

जसवां परागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि पीडब्ल्यूडी में आउटसोर्स कर्मचारी हटा दिए गए हैं, जिससे विभाग का काम प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी भर्ती करे, लेकिन इनकी भर्ती जरूर करे ताकि कामकाज प्रभावित न हो. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सड़कों की क्वालिटी पर हमेशा सवाल उठते रहे. सड़कें एक साल में ही उखड़ जाती हैं क्योंकि इनमें ड्रेनेज सिस्टम नहीं होता. ऐसे में सड़कों के लिए ड्रेनेज सिस्टम को जरूरी बनाया जाना चाहिए. इसके अलावा सड़कों में कलवट और पुलियों की भी व्यवस्था की जानी चाहिए. उन्होंने अपने क्षेत्र में तंग सड़कों से हो रहे हादसों का भी जिक्र किया.

बलवीर वर्मा ने कहा कि उनके इलाके में पीएमजीएसवाई की सड़कें लंबित पड़ी हुई हैं, जिनको जल्द पूरा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक ठेकेदार कई काम लेता हैं और इसको समय पर पूरा नहीं करता. श्री नैनादेवी जी से विधायक रणधीर शर्मा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सड़कों की फारेस्ट क्लीयरेंस के लिए बार-बार ऑब्जेक्शन लगाए जाते हैं. ऐसे में पीडब्ल्यूडी को चाहिए कि वह एक बार ही सभी औपचारिकताओं को पूरा करें. इसी तरह वन विभाग को अगर इंजेक्शन लगाने हैं तो एक बार ही सारे लगाकर लोक निर्माण विभाग को दें ताकि फारेस्ट क्लीयरेंस लेने में देरी न हो. उन्होंने नाबार्ड से सड़कों की सैंक्शन करवाने में पिक एंड चूज की प्रक्रिया न अपनाने को भी कहा.

रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार ने बदला-बदली से अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर करना शुरू कर दी है. की- पोस्ट पर बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रांसफर होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ट्रांसफर ज्यादा न करे और जहां करे वहां तुरंत दूसरे से रिप्लेस करें. बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि सड़कों और भवनों के निर्माण कार्यों को पूरा करने में देरी की जा रही है. यह कार्य समयबद्ध पूरा किया जाना चाहिए.

पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने कहा कि उनके इलाके में सड़कों की स्थिति खराब है. उन्होंने इनको दुरुस्त करने की मांग की भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने अपने क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं का जिक्र किया कि उनकी इलाके में कई जगह है जहां क्रैश बैरियर नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा में अनेकों पद खाली चल रहे हैं जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है. आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार ने कहा कि निरमंड के बजीरी बाउडी से बागीपुल ऊर्टू से आनी के शमशरा के लिए बनी सड़क का मुद्दा उठाया.

लोकेंद्र कुमार ने कहा कि यह सड़क काफी तंग है और इसमें क्रैश बैरियर नहीं है, जिससे हादसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस सड़क को चौड़ा करने के साथ ही इस पर क्रैश बैरियर लगाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इलाके की कुछ अन्य सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाने का भी आग्रह किया. उन्होंने क्षेत्र की खराब सड़कों को दुरुस्त करने का आग्रह किया. इस चर्चा में द्रंग के विधायक पूर्ण चंद ठाकुर, डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर, करसोग के विधायक दीपराज और सरकाघाट के दलीप ठाकुर ने भी चर्चा में हिस्सा लिया. बाद में कटौती प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया.

ये भी पढ़ें: टेंडर बीच में छोड़कर भागा ठेकेदार, 6 दिन बाद भी साफ नहीं हुआ मंडी का पड्डल मैदान

शिमला: सड़कों को बनाते समय इनमें क्रॉस ड्रेनेज, कलवर्ट बनाए जाएं यह विभाग सुनिश्चित करेगा. सोमवार को विधानसभा में पीडब्ल्यूडी के तहत सड़क, पुल व भवन पर कटौती प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि अगर एक साल में सड़कें उखड़ जाएं तो यह उन इलाकों के लोगों के साथ अन्याय है. इससे बेहतर है कि सड़कें बनाई ही न जाएं. उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग क्रॉस ड्रेनेज व कलवर्ट बनाने की ओर ध्यान देगा.

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सड़कों व अन्य कार्यों की एफसीए की मंजूरी को लेकर सरकार ने कदम उठाए हैं. डीसी की अध्यक्षता में यूजर एजेंसी के साथ तालमेल बैठाने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि एफसीए को लेकर बारी-बारी जो फाइलें आपत्तियां लगाकर भेजी जाती हैं वो चिंतनीय है. उन्होने कहा कि इसको लेकर संबंधित विभागों में तालमेल बैठाने के लिए समय-समय पर इंटर डिपार्टमेंटल बैठक की जाएंगी, जिससे कि एफसीए की क्लीयरेंस जल्द मिले.

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में मौजूदा समय में 40185 किलोमीटर लंबी सड़कें है, अगले वित्त वर्ष में इनको 41 हजार किलोमीटर से अधिक करने का लक्ष्य रखा है. विभाग द्वारा नए वित्त वर्ष में 1505 मैटलिंग व टारिंग की जाएगी. इसके अलावा 1060 किलोमीटर लंबी सड़कें, 990 क्रॉस ड्रेनेज, 70 नए पुलों का निर्माण किया जाएगा. इसके अलावा 70 गांवों को सड़कों से जोड़ने, 650 किलोमीटर सड़कों की अपग्रेडेशन करने का लक्ष्य सरकार ने रखा है.

चर्चा में हिस्सा लेते हुए मंडी सदर से विधायक अनिल शर्मा ने कहा है कि सड़कें हिमाचल में अहम स्थान रखती हैं. उन्होंने कहा कि हमारी भौगोलिक परिस्थिति अलग है. ऐसे में हमें सड़कों के बारे में नीतिगत फैसला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देखा गया है कि सड़क की मैटलिंग करने के एक साल के अंदर ही यह उखड़ जाती है. पीएमजीएसवाई सड़कों के उखड़ने की समस्या आ रही है. इसकी वजह ड्रेनेज सिस्टम का न होना है. इस कारण बारिश का पानी इन सड़कों को खराब कर देता है. ऐसे में यह जरूरी है कि सड़कों पर क्रॉस ड्रेनेज बनाई जाए.

जसवां परागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि पीडब्ल्यूडी में आउटसोर्स कर्मचारी हटा दिए गए हैं, जिससे विभाग का काम प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे किसी की भी भर्ती करे, लेकिन इनकी भर्ती जरूर करे ताकि कामकाज प्रभावित न हो. चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सड़कों की क्वालिटी पर हमेशा सवाल उठते रहे. सड़कें एक साल में ही उखड़ जाती हैं क्योंकि इनमें ड्रेनेज सिस्टम नहीं होता. ऐसे में सड़कों के लिए ड्रेनेज सिस्टम को जरूरी बनाया जाना चाहिए. इसके अलावा सड़कों में कलवट और पुलियों की भी व्यवस्था की जानी चाहिए. उन्होंने अपने क्षेत्र में तंग सड़कों से हो रहे हादसों का भी जिक्र किया.

बलवीर वर्मा ने कहा कि उनके इलाके में पीएमजीएसवाई की सड़कें लंबित पड़ी हुई हैं, जिनको जल्द पूरा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक ठेकेदार कई काम लेता हैं और इसको समय पर पूरा नहीं करता. श्री नैनादेवी जी से विधायक रणधीर शर्मा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सड़कों की फारेस्ट क्लीयरेंस के लिए बार-बार ऑब्जेक्शन लगाए जाते हैं. ऐसे में पीडब्ल्यूडी को चाहिए कि वह एक बार ही सभी औपचारिकताओं को पूरा करें. इसी तरह वन विभाग को अगर इंजेक्शन लगाने हैं तो एक बार ही सारे लगाकर लोक निर्माण विभाग को दें ताकि फारेस्ट क्लीयरेंस लेने में देरी न हो. उन्होंने नाबार्ड से सड़कों की सैंक्शन करवाने में पिक एंड चूज की प्रक्रिया न अपनाने को भी कहा.

रणधीर शर्मा ने कहा कि सरकार ने बदला-बदली से अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर करना शुरू कर दी है. की- पोस्ट पर बैठे अधिकारियों और कर्मचारियों की ट्रांसफर होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ट्रांसफर ज्यादा न करे और जहां करे वहां तुरंत दूसरे से रिप्लेस करें. बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि सड़कों और भवनों के निर्माण कार्यों को पूरा करने में देरी की जा रही है. यह कार्य समयबद्ध पूरा किया जाना चाहिए.

पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने कहा कि उनके इलाके में सड़कों की स्थिति खराब है. उन्होंने इनको दुरुस्त करने की मांग की भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने अपने क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं का जिक्र किया कि उनकी इलाके में कई जगह है जहां क्रैश बैरियर नहीं है. उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा में अनेकों पद खाली चल रहे हैं जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है. आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार ने कहा कि निरमंड के बजीरी बाउडी से बागीपुल ऊर्टू से आनी के शमशरा के लिए बनी सड़क का मुद्दा उठाया.

लोकेंद्र कुमार ने कहा कि यह सड़क काफी तंग है और इसमें क्रैश बैरियर नहीं है, जिससे हादसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस सड़क को चौड़ा करने के साथ ही इस पर क्रैश बैरियर लगाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि इलाके की कुछ अन्य सड़कों पर क्रैश बैरियर लगाने का भी आग्रह किया. उन्होंने क्षेत्र की खराब सड़कों को दुरुस्त करने का आग्रह किया. इस चर्चा में द्रंग के विधायक पूर्ण चंद ठाकुर, डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर, करसोग के विधायक दीपराज और सरकाघाट के दलीप ठाकुर ने भी चर्चा में हिस्सा लिया. बाद में कटौती प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया.

ये भी पढ़ें: टेंडर बीच में छोड़कर भागा ठेकेदार, 6 दिन बाद भी साफ नहीं हुआ मंडी का पड्डल मैदान

Last Updated : Mar 27, 2023, 9:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.