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आर्थिक मंदी पर शराब भारी, 1180 करोड़ का हुआ व्यवसाय

लाॅकडाउन और आर्थिक मंदी के बावजूद शिमला, नूरपुर, कांगड़ा और सिरमौर क्षेत्रों की शेष बची खुदरा शराब दुकानों को आज 35.52 करोड़ रुपये में बेचा गया. आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में 1180 करोड़ रुपए का व्यवसाय करने में सफल रहा .

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Published : May 26, 2020, 10:07 PM IST

शिमला : आबकारी एवं कराधान विभाग के अध्यक्ष सचिव संजय कुंडू ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लाॅकडाउन और आर्थिक मंदी के बावजूद शिमला, नूरपुर, कांगड़ा और सिरमौर क्षेत्रों की शेष बची खुदरा शराब दुकानों को आज 35.52 करोड़ रुपये में बेचा गया. उन्होंने बताया कुल खुदरा शराब दुकानों के 1190 करोड़ रुपए के व्यवसाय के मुकाबले आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में 1180 करोड़ रुपए का व्यवसाय करने में सफल रहा है.

आज की नीलामी को छोड़कर शेष व्यवसाय पूरे मूल्य पर हुआ .उन्होंने कहा कि पहली बार शराब की दुकानों की बिक्री नवीनीकरण निविदा एवं नीलामी आधार पर मोल-भाव के बिना हुई. पिछले वर्ष खुदरा शराब कारोबार का मूल्य 1085 करोड़ रुपए था .मोल-भाव के बाद मूल्य 126 करोड़ रुपए घटा, जिसके परिणामस्वरूप शुद्ध व्यवसाय 959 करोड़ रुपये रहा. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के 959 करोड़ रुपये के मुकाबले इस वर्ष कारोबार 1180 करोड़ रुपये में बेचा गया.

संजय कुंडू ने कहा कि शिमला क्षेत्र की शराब की दुकानें 2.30 करोड़ रुपए, नूरपुर की 6.03 करोड़ रुपए, कांगड़ा की 4.80 करोड़ रुपए और सिरमौर की 22.39 करोड़ रुपए में बेची गई.उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार के व्यवहारिक प्रयासों के कारण आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में सभी खुदरा शराब दुकानों को बेचने में सफल रहा.

शिमला : आबकारी एवं कराधान विभाग के अध्यक्ष सचिव संजय कुंडू ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लाॅकडाउन और आर्थिक मंदी के बावजूद शिमला, नूरपुर, कांगड़ा और सिरमौर क्षेत्रों की शेष बची खुदरा शराब दुकानों को आज 35.52 करोड़ रुपये में बेचा गया. उन्होंने बताया कुल खुदरा शराब दुकानों के 1190 करोड़ रुपए के व्यवसाय के मुकाबले आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में 1180 करोड़ रुपए का व्यवसाय करने में सफल रहा है.

आज की नीलामी को छोड़कर शेष व्यवसाय पूरे मूल्य पर हुआ .उन्होंने कहा कि पहली बार शराब की दुकानों की बिक्री नवीनीकरण निविदा एवं नीलामी आधार पर मोल-भाव के बिना हुई. पिछले वर्ष खुदरा शराब कारोबार का मूल्य 1085 करोड़ रुपए था .मोल-भाव के बाद मूल्य 126 करोड़ रुपए घटा, जिसके परिणामस्वरूप शुद्ध व्यवसाय 959 करोड़ रुपये रहा. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के 959 करोड़ रुपये के मुकाबले इस वर्ष कारोबार 1180 करोड़ रुपये में बेचा गया.

संजय कुंडू ने कहा कि शिमला क्षेत्र की शराब की दुकानें 2.30 करोड़ रुपए, नूरपुर की 6.03 करोड़ रुपए, कांगड़ा की 4.80 करोड़ रुपए और सिरमौर की 22.39 करोड़ रुपए में बेची गई.उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार के व्यवहारिक प्रयासों के कारण आबकारी एवं कराधान विभाग राज्य में सभी खुदरा शराब दुकानों को बेचने में सफल रहा.

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