शिमला: कोरोना के इस संकट के बीच स्कूल बंद होने के कारण छात्रों की पढ़ाई घर से ही चल रही है. स्कूल छात्रों को स्टडी मटेरियल ऑनलाइन ही उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिससे छात्र घर बैठे ही पढ़ाई कर सकें.
वहीं, सभी छात्रों को इस ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ने और घर बैठे पढ़ाने के लिए शिमला के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार के प्राचार्य सहित शिक्षकों ने खास तैयारी की है. स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्राएं ऑनलाइन माध्यम से अपने घरों पर बैठकर ही पढ़ाई कर रहे हैं. यह पढ़ाई भी मात्र शिक्षा विभाग की ओर से मुहैया करवाए गए ऑनलाइन स्टडी मेटीरियल से नहीं हो रही है, बल्कि शिक्षक अपने-अपने घरों से ही बच्चों की कक्षाएं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लगा रहे हैं.
इसके चलते शिक्षकों के घर भी क्लासरूम बन चुके हैं. हर एक शिक्षक घर पर ही ब्लैक बोर्ड पर बच्चों को गणित के फॉर्मूला समझाने से लेकर साइंस विषय की बारीकियां समझा रहा है. जूम एप पर वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से इस सारी प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है.
रोजाना शिक्षक बच्चों को पढ़ाने वाले लेक्चर तैयार करते हैं. इन लेक्चर को वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जाता है. साथ ही छात्रों को शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध करवाए जा रहे ऑनलाइन स्टडी लिंक के साथ ही दूरदर्शन के अलावा लक्कड़ बाजार के शिक्षकों की ओर से बनाए जा रहे वीडियोज के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है.
वहीं, स्कूल के प्राचार्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह पहली बार है कि छात्रों को पढ़ाने के लिए ऑनलाइन स्टडी का सहारा लेना पड़ा है. ऐसे में स्कूल के सभी छात्र इस ऑनलाइन स्टडी का हिस्सा बन पाए इसके लिए स्कूल के शिक्षकों ने मेहनत की है. शिक्षा विभाग की ओर से मुहैया करवाया गया स्टडी मटेरियल छात्रों को उपलब्ध करवाया जा रहा है. इसके साथ ही शिक्षक रोजाना वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से छात्रों को पढ़ा रहे हैं.
छात्रों को होमवर्क भी व्हाट्सएप के माध्यम से दिया जा रहा है. किसी तरह का कोई सवाल छात्रों के मन में होने पर वे शिक्षकों को किसी भी समय फोन कर सकते हैं. इसके अलावा व्हाट्सएप के माध्यम से या फिर वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के दौरान अपने सवाल के जवाब शिक्षकों से ले सकते हैं.
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि स्कूल ने इस बात को सुनिश्चित किया है कि सभी छात्र इस ऑनलाइन स्टडी का हिस्सा बन सकें. इसके लिए जिन छात्रों के पास मोबाइल उपलब्ध नहीं था, उन्हें मोबाइल भी मुहैया करवाए हैं.
प्राचार्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संकट के समय में उनका एक ही लक्ष्य है कि बच्चे आसानी से अपने घरों में रहकर ऑनलाइन माध्यम से पढ़ सकें. उनकी पढ़ाई में किसी तरह की कोई भी बाधा ना आए. इसके लिए स्कूल के शिक्षक भी हरसंभव सहयोग कर रहे हैं. शिक्षकों के सहयोग से यह संभव हो पाया है कि स्कूल के सभी बच्चे ऑनलाइन स्टडी का हिस्सा बन पाए हैं.
ये भी पढ़ें: कोरोना संकट के बीच अच्छी खबर: पर्यटन नगरी मनाली की हवा देश में सबसे ज्यादा शुद्ध