शिमला: देश भर में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना वायरस के कारण 31 मई तक देश भर में लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन बढ़ने के साथ-साथ लोगों में डिप्रेशन भी बढ़ता जा रहा है. इस दौरान कई लोग आत्महत्या के प्रयास भी कर चुके हैं. यही नहीं कई जगह घरेलू हिंसा के मामले भी सामने आ रहे हैं. जिसका मुख्य कारण डिप्रेशन भी बताया जा रहा है. लॉकडाउन कर्फ्यू के दौरान बढ़ते डिप्रेशन पर काबू पाने के लिए ईटीवी भारत ने आईजीएमसी में मनोचिकित्सा विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. दिवेश शर्मा से खास बातचीत की.
डॉ. दिवेश शर्मा ने बताया कि लोग खुदज को व्यस्त रखने के उपायों से ऊब चुके हैं. ऐसे में मानसिक तनाव बढ़ना स्वाभविक है. डॉ. दिवेश शर्मा ने कहा कि मानसिक तनाव से बचने के लिए लोग एक दूसरे के साथ अपनी बातों को शेयर करें. साथ ही अगर ज्यादा तनाव है तो टेली मेडिसिन का सेवन करें. इसके अतिरिक्त हेल्प लाइन नंबर पर सम्पर्क कर तनाव से बचने के बारे में जानकारी ले सकते हैं.
डॉ. दिवेश ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है तब से लेकर नशे के मामले भी बढ़े हैं. अस्पताल में ऐसे कई लोगों के फोन आ रहे हैं, जो नशे के आदि हो चुके हैं. डॉ. दिवेश ने बताया कि इस तरह के लोगों के लिए प्रशासन द्वारा हेल्प लाइन नंबर जारी किया गया है. जिस पर वह चिकित्सक से जानकारी हासिल कर सकते हैं.
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