शिमला: हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग को केंद्र सरकार की ओर से राज्य के स्कूलों में हरी सब्जियां और फल उगाने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के स्कूलों में अब किचन गार्डन बनाए जाएंगे और जो सब्जियां इस किचन गार्डन में लगाई जाएंगी, उन्हें मिड डे मील के खाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
खास बात ये है कि स्कूलों में अब बच्चों को पौष्टिक और विटामिन से युक्त खाना दिया जाएगा. स्कूलों के प्रांगण में ये किचन गार्डन बनने से जहां बच्चों के मिड डे मील में ताजा सब्जियों का इस्तेमाल होगा. वहीं बच्चों को कृषि से जुड़ी जानकारी भी मिलेगी. इस किचन गार्डन की देखभाल भी स्कूल शिक्षक और स्कूल प्रबंधन ही करेगा. इन किचन गार्डन के निर्माण के लिए बजट भी केंद्र सरकार की ओर से ही मुहैया करवाया जाएगा.
बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में पहले भी सरकार ने किचन गार्डन बनाने के निर्देश दिए थे, लेकिन कुछ स्कूलों ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया था. जिसके चलते अब दिल्ली में आयोजित हुई पेब की बैठक में एलिमेंट्री शिक्षा के तहत आने वाले सभी स्कूलों में शिक्षा विभाग ने एक बार फिर किचन गार्डन बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं. किचन गार्डन में लगी सब्जियों और फलों को जानवरों और बंदरों से किसी तरह का नुकसान न हो इसके लिए उस एरिया के इर्द-गिर्द फैंसिंग भी की जाएगी. बैठक में इस समस्या को शिक्षा विभाग की ओर से रखा गया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने फैंसिंग के लिए भी बजट जारी करने पर मंजूरी भरी है.
प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्वाल ने कहा कि स्कूलों के प्रांगण में किचन गार्डन बनाने के लिए पहले भी कहा गया था, लेकिन प्रदेश में आवारा पशुओं और बंदरों की समस्या के चलते किचन गार्डन बनाना सफल नहीं हो पा रहा था. अब दिल्ली में हुई बैठक में बैठक में इस समस्या को शिक्षा विभाग की ओर से रखा गया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने फैंसिंग के लिए भी बजट जारी करने पर मंजूरी भरी है. जैसे ही बजट जारी होगा वैसे ही इस प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा.