ETV Bharat / state

किन्नौर महोत्सव: किन्नौरी रसोई बनी आकर्षण का केंद्र, परोसे जा रहे कई तरह के व्यंजन - किन्नौरी खानपान

किन्नौर महोत्सव मेले में गुरुवार को सबकी नजर किन्नौरी रसोई पर रही. सैकड़ो लोगों ने किन्नौरी खानपान का लुत्फ उठाया.

किन्नौर महोत्सव में सैकड़ों लोगों ने किन्नौरी खानपान का लुत्फ उठाया
author img

By

Published : Oct 31, 2019, 7:20 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में चल रहे किन्नौर महोत्सव मेले में सबकी नजर किन्नौरी रसोई पर बनी हुई है, जिसका लुत्फ उठाने के लिए सैकड़ों लोग आ रहे हैं. किन्नौरी रसोई में गुरुवार को चिलटे, रोटे, होदा, कोद्रों होदा, ओलगो स्काण, ब्रांस स्काण, दुकती, चूल तेलंग जैसे पकवान परोसे जा रहे हैं.

ये सभी पकवान लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं और यहां पहुंचे पर्यटक और स्थानिय लोग भी इसका खूब लुत्फ उठा रहे हैं. खास बात ये है कि यहां सभी पकवानों को कांसे की थाली में सजाया जाता है और फिर परोसा जाता है.

स्थानीय महिला मंडल की महिलाओं द्वारा रसोई सजाई गई है, जिसमें अधिकारियों से लेकर बाहरी राज्यों के व्यापारी समेत पर्यटक भी आनंद ले रहे है.

वीडियो

महिला मंडल दुंनी गांव की सदस्य सुनीता नेगी ने कहा कि पूरे देश-प्रदेश में आने वाली पीढ़ी को अपने पौराणिक खानपान व खेती से अवगत करवाया जाए इसके लिए किन्नौरी रसोई लगाई गई है. किन्नौर को खानपान व खेती पूरे देश व विदेश में जाना जाता है.

उन्होंने कहा कि उनकी रसोई में खानपान की जितने भी सामग्री है सभी प्राकृतिक खतों की फसल से बनाई गई है, जिससे कई बीमारियों पर भी काबू पाया जाता है.

बता दें कि किन्नौरी खानपान में किसी भी तरह के मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता. जनजातीय जिला होने की वजह से ये खास तरह के पकवान केवल यहीं बनते हैं और इन्हें पारंपरिक तौर-तरीकों से बनाया जाता है.

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में चल रहे किन्नौर महोत्सव मेले में सबकी नजर किन्नौरी रसोई पर बनी हुई है, जिसका लुत्फ उठाने के लिए सैकड़ों लोग आ रहे हैं. किन्नौरी रसोई में गुरुवार को चिलटे, रोटे, होदा, कोद्रों होदा, ओलगो स्काण, ब्रांस स्काण, दुकती, चूल तेलंग जैसे पकवान परोसे जा रहे हैं.

ये सभी पकवान लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं और यहां पहुंचे पर्यटक और स्थानिय लोग भी इसका खूब लुत्फ उठा रहे हैं. खास बात ये है कि यहां सभी पकवानों को कांसे की थाली में सजाया जाता है और फिर परोसा जाता है.

स्थानीय महिला मंडल की महिलाओं द्वारा रसोई सजाई गई है, जिसमें अधिकारियों से लेकर बाहरी राज्यों के व्यापारी समेत पर्यटक भी आनंद ले रहे है.

वीडियो

महिला मंडल दुंनी गांव की सदस्य सुनीता नेगी ने कहा कि पूरे देश-प्रदेश में आने वाली पीढ़ी को अपने पौराणिक खानपान व खेती से अवगत करवाया जाए इसके लिए किन्नौरी रसोई लगाई गई है. किन्नौर को खानपान व खेती पूरे देश व विदेश में जाना जाता है.

उन्होंने कहा कि उनकी रसोई में खानपान की जितने भी सामग्री है सभी प्राकृतिक खतों की फसल से बनाई गई है, जिससे कई बीमारियों पर भी काबू पाया जाता है.

बता दें कि किन्नौरी खानपान में किसी भी तरह के मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता. जनजातीय जिला होने की वजह से ये खास तरह के पकवान केवल यहीं बनते हैं और इन्हें पारंपरिक तौर-तरीकों से बनाया जाता है.

Intro:किन्नौर महोत्सव में सजा किन्नौरी रसोई,महिलाओ ने लगाई उपायुक्त कार्यालय के समक्ष किन्नौरी खानपान के स्ट्रोल,सेकड़ो लोग उठा रहे किन्नौरी खानपान का लुत्फ।





Body:जनजातीय जिला किन्नौर महोत्सव मेले सबकी नज़र किन्नौरी रसोई पर बनी हुई है जिसका लुत्फ उठाने सेकड़ो लोग आ रहे है। किन्नौरी रसोई में आज चिलटे,रोटे,होदा, कोद्रों होदा,ओलगो स्काण,ब्रास स्काण,दुकती,चूल तेलंग,मार,दू जिसे कांसे की थाली में सजाया जाता है और खासकर ,नमकीन चाय आदि भी प्रदर्शनी में लगाई गई है जिसे सस्थानीय महिला मंडल की महिलाओं द्वारा रसोई सजाई गई है जिसमे अधिकारियों से लेकर बाहरी राज्यो के व्यापारी समेत पर्यटक भी आनन्द ले रहे है.


Conclusion:इस बारे में महिला मंडल दुंनी गाँव की सदस्य सुनीता नेगी ने कहा कि किन्नौर महोत्सव मेले को देखते हुए महिला मंडल ने किन्नौरी पारम्परिक खानपान की रसोई सजाई है ताकि पूरे देश प्रदेश में किन्नौरी पारम्परिक खानपान के बारे में बताया जाए क्यों कि आने वाली पीढ़ी को भी अपने पौराणिक खानपान व खेती के बारे में पता चले जिससे किन्नौर को पूरे देश विदेश में जाना जाता है उन्होंने कहा कि उनके रसोई में जितने भी खानपान के सामग्री है सभी प्राकृतिक खतो की फसल द्वारा बनाई गई है जिससे कई बीमारियों पर भी काबू पाया जाता है।

बता दे कि किन्नौरी खानपान में कोई भी मसाले नही लगाए जाते इसे केवल किन्नौर के पारम्परिक तौर तरीकों से बनाया जाता है जिसका ज़ायका सिर्फ महिलाओ को पता होता है




बाईट---सुनीता नेगी ( महिला मंडल सदस्य दुंनी गाँव )
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.