किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में चल रहे किन्नौर महोत्सव मेले में सबकी नजर किन्नौरी रसोई पर बनी हुई है, जिसका लुत्फ उठाने के लिए सैकड़ों लोग आ रहे हैं. किन्नौरी रसोई में गुरुवार को चिलटे, रोटे, होदा, कोद्रों होदा, ओलगो स्काण, ब्रांस स्काण, दुकती, चूल तेलंग जैसे पकवान परोसे जा रहे हैं.
ये सभी पकवान लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं और यहां पहुंचे पर्यटक और स्थानिय लोग भी इसका खूब लुत्फ उठा रहे हैं. खास बात ये है कि यहां सभी पकवानों को कांसे की थाली में सजाया जाता है और फिर परोसा जाता है.
स्थानीय महिला मंडल की महिलाओं द्वारा रसोई सजाई गई है, जिसमें अधिकारियों से लेकर बाहरी राज्यों के व्यापारी समेत पर्यटक भी आनंद ले रहे है.
महिला मंडल दुंनी गांव की सदस्य सुनीता नेगी ने कहा कि पूरे देश-प्रदेश में आने वाली पीढ़ी को अपने पौराणिक खानपान व खेती से अवगत करवाया जाए इसके लिए किन्नौरी रसोई लगाई गई है. किन्नौर को खानपान व खेती पूरे देश व विदेश में जाना जाता है.
उन्होंने कहा कि उनकी रसोई में खानपान की जितने भी सामग्री है सभी प्राकृतिक खतों की फसल से बनाई गई है, जिससे कई बीमारियों पर भी काबू पाया जाता है.
बता दें कि किन्नौरी खानपान में किसी भी तरह के मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता. जनजातीय जिला होने की वजह से ये खास तरह के पकवान केवल यहीं बनते हैं और इन्हें पारंपरिक तौर-तरीकों से बनाया जाता है.