शिमला: पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्रा राव हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस होंगे. इस साल अप्रैल महीने में सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने उनके नाम की सिफारिश की थी. उसके बाद 26 मई शुक्रवार को उन्हें हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई. वे जल्द ही अपना कार्यभार संभालेंगे.
इस समय हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार संभाल रहे हैं. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में न्यायमूर्ति अमजद एहतेशाम सईद की सेवानिवृत्ति के बाद स्थाई मुख्य न्यायाधीश नहीं हैं.अमजद एहतेशाम सईद की सेवानिवृति के बाद जस्टिस सबीना कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बनाई गई थीं.
उनके सेवामुक्त होने के बाद न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने ये कार्यभार संभाला. फिलहाल, अब हाईकोर्ट को स्थाई मुख्य न्यायाधीश मिल जाएगा. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के पश्चात जस्टिस रामचंद्रा राव की नियुक्ति की अधिसूचना जारी होने पर अब वे हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जल्द सेवाभार संभालेंगे.
न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्रा राव को 29 जून 2012 को हाईकोर्ट ऑफ आंध्र प्रदेश में न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया गया था. आंध्र प्रदेश के विभाजन के समय न्यायमूर्ति रामचंद्रा राव ने तेलंगाना हाईकोर्ट को अपने मूल हाईकोर्ट के रूप में चुना. फिर 12 अक्टूबर 2021 से न्यायमूर्ति राव पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सेवारत रहे. न्यायमूर्ति रामचंद्रा राव तेलंगाना हाईकोर्ट से आने वाले न्यायाधीशों में सबसे सीनियर हैं.
कॉलेजियम के अनुसार हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के बीच तेलंगाना राज्य का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्रा राव को दो-दो हाईकोर्ट में न्याय प्रदान करने का अनुभव है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की तरफ से कॉलेजियम ने उन्हें हिमाचल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पद के लिए नियुक्त करने की सिफारिश की थी. उसके बाद कानून मंत्रालय ने नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी कर दी.