शिमला: हिमाचल प्रदेश में पूर्व सरकार के कार्यकाल में खुले संस्थानों को बंद करने और कर्ज को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. वीरवार को केंद्र के बजट को लेकर मीडिया से रूबरू होने के दौरान जहां जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार के बजट को वर्ग के लिए राहत भरा करार दिया. वहीं, प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.
उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि वह पूर्व सरकार को कोसना छोड़ प्रदेश में विकास कार्यों को करने का काम करें. उन्होंने कहा कि जब वे सत्ता में आए थे तो प्रदेश पर 50 हजार करोड़ का कर्ज था और कोविड-19 के दौरान भी 5 सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ कि उन्होंने कर्ज लेने के लिए लिमिट क्रॉस की हो, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही 1 महीने के अंदर जो कर्ज की सीमा थी उससे ज्यादा कर्ज ले लिया और 1 महीने के अंदर 1500 करोड़ का कर्ज ले लिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रदेश में इस सरकार ने विकास कार्य पूरी तरह से रोक दिए हैं और हर जगह तालाबंदी का काम चला हुआ है सरकार को नसीहत देते हुए करें कहा कि प्रदेश में विकास का कार्य करें और यह तालाबंदी बंद करें.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की है. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरी है. हर वर्ग के लिए इस बजट में कुछ न कुछ दिया गया है. अमृत काल का ये पहला बजट है. जिसमें गांव गरीब, दलित, शोषित, मध्यम वर्ग व जरूरतमंद के हितों का विशेष ध्यान में रखा गया है. उन्होंने बजट को देश के नागरिकों को बड़े अवसर उपलब्ध करवाने के साथ विकास व रोजगार सृजन वाला करार दिया. टैक्स स्लेब में किए परिवर्तन से देश की जनता को लाभ मिलेगा.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बताया कि नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किए जाने के निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूं. अगले 3 साल तक 1 करोड़ किसानों को नेचुरल फॉर्मिंग में मदद की जाएगी. इसके लिए 10 हजार बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर्स बनाए जाएंगे जो कि एक स्वागत योग्य कदम है.
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