शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोविड संकट की स्थिति गंभीर होने के कारण लगाया गया नाइट कर्फ्यू अब हटा दिया गया है. मंगलवार को सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट मीटिंग में इस आशय का फैसला लिया गया.
चार जिलों से हटाया गया नाइट कर्फ्यू
सितंबर, अक्टूबर व नवंबर महीने में कोविड संक्रमण अधिक फैलने के कारण नाइट कर्फ्यू व सरकारी कार्यालयों में फाइव डे वीक की प्रक्रिया लागू की गई थी. अब स्थिति में सुधार होने पर नाइट कर्फ्यू सहित फाइव डे वीक हटा दिया गया है. बुधवार से नाइट कर्फ्यू नहीं होगा और सरकारी कार्यालयों में हफ्ते में छह दिन काम होगा.
50 फीसदी उपस्थिति के साथ कोचिंग खोलने की अनुमति
इसके अलावा सरकार ने प्रदेश में चल रहे कोचिंग सेंटर्स में भी पचास फीसदी स्टूडेंट्स की शर्त के साथ ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति दी है. यानी जिस संस्थान में सौ छात्र कोचिंग ले रहे हैं, वहां एक समय में पचास छात्रों को पढ़ाया जा सकेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग नियम तय करेगा. अभी प्रदेश में सोशल गैदरिंग में पचास से अधिक लोगों के शामिल होने की बंदिश जारी रहेगी. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसें चलती रहेंगी.
स्वास्थ्य विभाग ने दी प्रेजेंटेशन
कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड को लेकर विस्तार से प्रेजेंटेशन दी. कैबिनेट ने अमेरिका की डेटा फर्म मॉर्निंग कंसल्ट की तरफ से भारत में कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ और सबसे लोकप्रिय राजनेता आंके जाने पर बधाई का प्रस्ताव पारित किया. कोविड संक्रमण की वैक्सीनेशन कैसे होगी, इस पर भी चर्चा की गई.
इसके अलावा कैबिनेट ने राज्य निर्वाचन आयोग के आग्रह पर प्रशिक्षण की आंतरिक बैठकों में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं देने की शर्त में छूट देने का निर्णय लिया है. इससे आयोग को चुनाव से जुड़े प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावी तरीके से चलाने में मदद मिलेगी. पंचायती राज चुनाव के लिए इन दिनों प्रशिक्षण की प्रक्रिया जारी है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कैबिनेट ने आईजीएमसी शिमला, सीएचसी नालागढ़ और डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा में शिफ्ट अस्पतालों को कार्यशील बनाने का निर्णय लिया. इसके लिए वार्ड सिस्टर, स्टाफ नर्सेज, डीईओज और चतुर्थ श्रेणी को कुछ समय के लिए आउट सोर्स आधार पर जबकि चिकित्सा अधिकारियों की व्यवस्था फ्रेश या सीधे वॉक इन इन्टरव्यू के माध्यम से की जाएगी. प्रदेश में आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हिम केयर योजना और राजकीय चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निजी अस्पतालों के पंजीकरण के लिए सिंगल विंडो एम्पेन्लमेंट शुरू करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई.
कैबिनेट में हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट ने एचपी शिवा प्रोजेक्ट पर प्रेजेंटेशन दी. एच-5 एन-1 को लेकर भी पशुपालन विभाग की प्रस्तुति कैबिनेट के समक्ष दी गई. इस बीमारी की मौजूदा स्थिति व रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई. कैबिनेट ने स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग को एवियन फ्लू की उचित दवाओं और कर्मचारियों के लिए पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का परामर्श दिया.
स्वर्णिम हिमाचल के तौर पर मनाया जाएगा पचासवां स्टेटहुड इयर
हिमाचल प्रदेश 25 जनवरी को स्टेटहुड का पचासवां वर्ष मनाएगा. इसके कार्यक्रम साल भर चलेंगे. सभी सरकारी विभागों को इसके लिए प्रेजेंटेशन तैयार करने को कहा गया है. इन आयोजनों में हिमाचल के पचास साल का सफर दिखाया जाएगा. इसकी शुरुआत 25 जनवरी को शिमला से होगी. हिमाचल ने पचास साल में विकास की यात्रा के कौन से आयाम छुए हैं, इस पर साल भर कार्यक्रम होंगे. आयोजन को स्वर्णिम हिमाचल का नाम दिया गया है. इस पर कॉफी टेबुल बुक भी प्रकाशित होगी.