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सिंगापुर में बोले उद्योग मंत्री, देश की आर्थिक समृद्धि के लिए मानव संसाधन का विकास आवश्यक - सिंगापुर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला

सिंगापुर में आयोजित कार्यशाला में प्रदेश के कौशल विकास निगम के प्रतिनिधि के रूप में उद्योग मंत्री विक्रम सिंह कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार की योजनाओं और विभिन्न स्तरों पर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यक्रमों से भी कार्यशाला में मौजूद लोगों को अवगत करवाया.

उद्योग मंत्री विक्रम सिंह
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Published : Nov 19, 2019, 11:37 AM IST

शिमला: उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री विक्रम सिंह ने सोमवार को सिंगापुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान सिंगापुर, द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया. यह कार्यशाला 17 नवम्बर से 21 नवम्बर,2019 तक चलेगी.

इस अवसर पर विक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक समृद्धि के लिए उसके मानव संसाधन का विकास होना आवश्यक है और इसके लिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जिससे उन्हें आगे बढ़ने और रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें.

वीडियो रिपोर्ट

विक्रम सिंह ने कहा कि आधुनिकीकरण के दौर में योग्यता के साथ-साथ तकनीकि प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, ताकि बाजार और कारोबार के क्षेत्र में मानव संसाधन की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य के सभी लोगों, विशेषकर युवाओं के कल्याण एवं उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए अनेक कार्यक्रम एवं योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है.

हिमाचल के सन्दर्भ में विक्रम सिंह ने कहा कि आगामी चार वर्षों में 50 हजार युवाओं को औद्योगिक उन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा. इसी प्रकार विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 12 हजार छात्रों को रोजगारोन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा. उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 50 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को स्तरोन्नत किया जा रहा है.

बता दें कि इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) निशा सिंह, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक रोहन चन्द ठाकुर सहित हिमाचल से गए प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य और तकनीकी शिक्षण संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित रहे.

शिमला: उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री विक्रम सिंह ने सोमवार को सिंगापुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान सिंगापुर, द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया. यह कार्यशाला 17 नवम्बर से 21 नवम्बर,2019 तक चलेगी.

इस अवसर पर विक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक समृद्धि के लिए उसके मानव संसाधन का विकास होना आवश्यक है और इसके लिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जिससे उन्हें आगे बढ़ने और रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें.

वीडियो रिपोर्ट

विक्रम सिंह ने कहा कि आधुनिकीकरण के दौर में योग्यता के साथ-साथ तकनीकि प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, ताकि बाजार और कारोबार के क्षेत्र में मानव संसाधन की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य के सभी लोगों, विशेषकर युवाओं के कल्याण एवं उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए अनेक कार्यक्रम एवं योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है.

हिमाचल के सन्दर्भ में विक्रम सिंह ने कहा कि आगामी चार वर्षों में 50 हजार युवाओं को औद्योगिक उन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा. इसी प्रकार विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 12 हजार छात्रों को रोजगारोन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा. उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 50 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को स्तरोन्नत किया जा रहा है.

बता दें कि इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) निशा सिंह, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक रोहन चन्द ठाकुर सहित हिमाचल से गए प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य और तकनीकी शिक्षण संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित रहे.

Intro:Body:देश की आर्थिक समृद्धि के लिए मानव संसाधन का विकास आवश्यकः उद्योग मंत्री

सिंगापुर में आयोजित कार्यशाला में मंत्री सहित कौशल विकास निगम के प्रतिनिधियों ने लिया भाग

उद्योग एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने आज सिंगापुर में तकनीकी शिक्षण संस्थान, सिंगापुर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया। यह कार्यशाला 17 नवम्बर से 21 नवम्बर,2019 तक चलेगी।

इस अवसर पर बोलते हुए बिक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक समृद्धि के लिए उसके मानव संसाधन का विकास होना आवश्यक है और इसके लिए युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि उन्हें आगे बढ़ने और रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें।

उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण के दौर में योग्यता के साथ-साथ तकनीकि प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि बाजार और कारोबार के क्षेत्र में मानव संसाधन की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य के सभी लोगों, विशेषकर युवाओं के कल्याण एवं उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए अनेक कार्यक्रम एवं योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के विकास के लिए प्रदेश में चलाई जा रही परियोजनाओं के क्रियान्व्यन के लिए हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम एक एजेंसी है । उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति एक अनूठे कौशल का धनी होता है जिसकी पहचान करने के लिए एक तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है।

बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी कार्यक्रम ‘स्किल इंडिया’ तथा ’मेक इन इंडिया’ देश में बेहद सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्किल इंडिया की इस यात्रा में शामिल होना बहुत ही गर्व की बात है और प्रदेश सरकार कौशल विकास निगम के माध्यम से इस दिशा में सत्त प्रयास कर रहा है।

हिमाचल के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि आगामी चार वर्षों में 50 हजार युवाओं को औद्योगिक उन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा । इसी प्रकार विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के 12 हजार छात्रों को रोजगारोन्मुख कौशल प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 12 राजकीय महाविद्यालयों द्वारा तीन वर्षीय वोकेशनल स्नातक डिग्री कार्यक्रम आरम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि स्नातक एड-आॅन कार्यक्रम के तहत स्नातक डिग्री कर रहे अन्तिम वर्ष के 7500 विद्यार्थियों को लघु अवधि के प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे।

उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 50 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को स्तरोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सात ग्रामीण तथा छः शहरी आजीविका केन्द्रों के माध्यम से राज्य के 8 हजार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

इससे पूर्व में तकनीकी शिक्षण संस्थान, सिंगापुर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ब्रूस पोह ग्योक हुयाट ने उद्योग मंत्री का स्वागत किया।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (तकनीकी शिक्षा) निशा सिंह, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक रोहन चन्द ठाकुर सहित हिमाचल से गए प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य तथा तकनीकी शिक्षण संस्थान के अधिकारी भी उपस्थित थे।Conclusion:
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