शिमला: शांत कहे जाने वाले देवभूमि हिमाचल में भी अब बड़े शहरों की तरह महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ने लगा है, जबकि आईपीसी अपराधों में गिरावट आई है. यह खुलासा हिमाचल प्रदेश के डीजीपी एसआर मरडी ने गुरुवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में किया. उन्होंने कहा कि रेप व महिला के प्रति अपराधों में पिछले साल की अपेक्षा बढ़ोतरी हुई है.
डीजीपी ने कहा कि 2018 में रेप के 345 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2019 में रेप के 358 मामले दर्ज हुए हैं. जिसमें 13 मामलों की बढ़ोतरी हुई है. वहीं, महिलाओं के प्रति अपराध में 2018 में 183 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2019 में 229 मामले दर्ज हुए. जिसमें 46 मामलों की बढ़ोतरी हुई है. डीजीपी ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य पति पत्नी द्वारा दर्ज कराए जाने वाले मामलों में सीधे मामला दर्ज ना कर पहले दोनों को समझाने की कोशिश करना है, ताकि किसी का घर टूटने से बच जाए.
डीजीपी ने बताया कि वर्ष 2019 में कानून व्यवस्था अत्यंत संतोष जनक रही. इस वर्ष 19924 मामले दर्ज किए गए हैं. जिनमें से अधिकतर मामले सुलझा लिए गए हैं. जिस कारण आम जनता में पुलिस के कार्यप्रणाली के प्रति सन्तोष है. उन्होंने बताया कि इस साल हत्या के 69 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 2018 में 99 मामले दर्ज हुए थे.
हत्या के प्रयास के 2019 में 54 मामले दर्ज हुए. 2018 में यह 57 था. अपहरण के 2019 में 457 मामले दर्ज हुए जबकि, 2018 में 476 मामले दर्ज हुए थे. मादक पदार्थ अधिनियम के 2019 में 1439 मामले दर्ज हुए. जबकि, 2018 में 1342 थे. 2019 में 327.2 किलो चरस,17.5 किलोग्राम अफीम,1306.7 चूरापोस्त, 21.3 किलोग्राम गांजा, 8.568 किलोग्राम चिट्टा,पकड़े गए है.
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