शिमला: देश भर मे कोरोना के साथ अब ब्लैक फंगस फैलने लगा है. कई राज्यों में यह तेजी से फैल रहा है. हिमाचल में भी ब्लैक फंगस ने दस्तक दे दी है. आईजीएमसी में दो मामले आने के बाद अस्प्ताल प्रशासन अलर्ट हो गया है. आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने बताया कि ब्लैक फंगस के लिए अलग से प्रबंध किए गए हैं. ब्लैक फंगस के मरीजों को अलग से आइसोलेट किया गया है.
जागरूक रहने की जरूरत
डॉक्टर जनक राज ने बताया कि ब्लैक फंगस से डरने की नहीं बल्कि कोरोना के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है. उनका कहना था कि जो मरीज अस्पताल में दाखिल हैं, उनके लिए एहतियात बरते जा रहे हैं. जो कोरोना संक्रमित घर मे आइसोलेट हैं, उन्हें बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है. इस बीमारी के शुरुआती लक्षण में नाक बंद रहना, चेहरे पर सूजन आना, आंखें लाल रहना इत्यादि हैं. दूसरे फेज में शरीर पर काले निशान पड़ने लगते हैं.
लापरवाही ही जानलेवा
डॉक्टर जनक राज ने बताया कि ब्लैक फंगस तभी जानलेवा होता है जब लापरवाही बरती जाए और सही समय पर इलाज न करवाया जाए. उनका कहना था कि ब्लैक फंगस जब बिगड़ जाता है तो ब्रेन में चला जाता है और तब यह जानलेवा हो जाता है. गौरतलब है कि लोगों को कोरोना संक्रमण के साथ अब ब्लैक फंगस का डर सताने लगा है. इसे लेकर अब स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. सरकार भी ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुकी है.
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