शिमलाः वीकेंड पर एक बार फिर राजधानी शिमला में सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ आई है. हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली से भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं.
कोरोना की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुए पर्यटन कारोबार को सैलानियों की आमद बढ़ने से उड़ान के लिए नए पंख मिल गए हैं. वीकेंड पर राजधानी के होटल में 90 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी दर्ज की गई है. भारी संख्या में सैलानियों के शिमला पहुंचने से शिमला का ऐतिहासिक रिज मैदान और माल रोड गुलजार हो उठा है.
पार्किंग फुल, सड़कें जाम
शिमला में पाठकों की आमद बढ़ने से राजधानी शिमला में एक बार फिर जाम की स्थिति पैदा हो गई है. जाम की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर तैनात पुलिस को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. वीकेंड पर हजारों की संख्या में वाहन शिमला (Shimla) की ओर आ रहे हैं.
ऐसे में शिमला शहर की संकरी सड़कें जाम की परेशानी से जूझ रही हैं. यही नहीं, शिमला शहर की सभी मुख्य पार्किंग भी फुल हैं. शिमला की लिफ्ट, ओल्ड बस स्टैंड और अन्य मुख्य पार्किंग में पार्किंग क्षमता फुल हो गयी है.
छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत
शहर में पर्यटकों की आमद बढ़ने से छोटे कारोबारियों को भी बड़ी राहत मिली है. पर्यटन क्षेत्र से जुड़े फोटोग्राफर, घोड़ा संचालक, टूर एंड ट्रेवल से जुड़े कर्मचारियों के साथ टैक्सी संचालकों के काम में भी इजाफा हुआ है. कोरोना की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ पर्यटन कारोबारियों का वर्ग अब एक बार फिर पटरी पर लौटता नजर आ रहा है.
कोरोना प्रोटोकॉल का भी हो रहा उल्लंघन
शहर में पर्यटकों की आमद बढ़ने से कोरोना प्रोटोकॉल का भी जमकर उल्लंघन हो रहा है. भीड़ बढ़ने से स्वाभाविक तौर पर सोशल डिस्टेंसिंग दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही. इसके अलावा कुछ पर्यटक सही तरह से मास्क भी नहीं पहन रहे हैं. पुलिस को देख मास्क पहनना शहर में आम तौर पर देखा जा सकता है.
मुख्यमंत्री भी दे चुके हैं सख्त निर्देश
शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में स्पष्ट किया था कि अनलॉक के बीच पर्यटकों की आमद बढ़ने पर सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने की के निर्देश दिए गए हैं. लॉकडाउन के बीच दोगुनी जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे पुलिस का काम अनलॉक के बीच कई गुना बढ़ गया है.
लोगों की लापरवाही से बढ़ी चिंता
भले ही कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हो, लेकिन कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में सब कुछ सरकार-प्रशासन पर न छोड़कर आम लोगों को भी नियमों का सही तरह पालन करना होगा. तीसरी लहर की आशंका के बीच बढ़ती लापरवाही सरकार और प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ा रही है.
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