शिमला: हिमाचल में एक तो पहले ही सरकारी विभागों में भर्तियां कम की जा रही हैं और जो भर्तियां निकाली भी जा रही हैं उनको पूरा नहीं किया जा रहा. वे किसी ने किसी वजह से कानूनी विवाद में फंस रही हैं. हिमाचल में जेओए यानि जूनियर ऑफिस असिस्टेंट के नाम से हो रही भर्तियों के मामले में यही हो रहा है. जेओए दरअसल अब क्लर्क के स्थान पर सरकारी दफ्तरों के लिए भर्ती किए जा रहे हैं, लेकिन हालात यह है कि पिछले पांच सालों में तीन परीक्षाएं इसकी होने के बाद भी एक का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया. जबकि चौथी परीक्षा से ऐन पहले प्रश्न पत्र लीक होने का मामला सामने आया और सरकार ने हमीरपुर चयन आयोग को ही निलंबित कर दिया. पिछली भर्तियां पूरी करने के लिए अब बेरोजगार युवा सरकार के पास चक्कर लगा रहे हैं.
हिमाचल में जेओए की भर्तियों के रिजल्ट निकालने को लेकर बीते काफी समय से बेरोजगार युवा सरकारों के चक्कर काट रहे हैं, पूर्व सरकार के समय में शुरू की गई ये भर्तियां अभी तक पूरी नहीं हो पाई. लाखों युवाओं ने ये परीक्षाएं दी हैं, लेकिन विवादों के चलते अब ये परीक्षाएं विवादों में फंसी हैं. युवा अब सरकार के पास चक्कर लगा रहे हैं.
पांच सालों में जेओए आईटी के हुए तीन एग्जाम, एक का भी नहीं निकला रिजल्ट
पूर्व जयराम सरकार के समय में हिमाचल में जेओए की तीन भर्तियों के लिए परीक्षाएं हुईं, मगर तीनों की रिजल्ट लटक गए. चौथी परीक्षा का पेपर ही लीक हो गया, तब सुखविंदर सरकार को बने हुए दो सप्ताह भी नहीं हुए थे. इस तरह चार भर्तियों के लिए लाखों युवाओं ने पसीना बहाया, मगर भर्तियां अधूरी पड़ी हैं. इनमें जेओए पोस्ट कोड 817 प्रमुख है जिसके तहत 1867 पद भरे जाने थे. इसकी भर्तियां पूर्व जयराम सरकार ने 2019 में निकाली थीं. इसके लिए मार्च 2021 में परीक्षा करवाई, लेकिन पहले की कराई गई जेओए-556 पोस्ट कोड परीक्षा के तहत निकाले गए सभी पद नहीं भरे गए. इस भर्ती के लिए अधिसूचित कुछ पदों को जेओए-817 के तहत होने वाली भर्ती में शामिल कर दिया गया. इस तरह कुल 1867 पदों के लिए आयोग ने भर्ती करवाई, इसके यहृ भर्ती कानूनी प्रक्रिया में फंस गई है.
एक अन्य भर्ती जेओए पोस्ट कोड 903 के तहत 82 पदों के लिए दिसंबर 2021 में परीक्षा ली गई, इसके लिए डाक्यूमेंटशन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. इसके अभ्यर्थी भी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं.इसी तरह जेओए पोस्ट कोड 939 के 300 पदों के लिए अप्रैल 2022 में परीक्षा करवाए गई, इसमें मंडी के सुंदरनगर और ऊना के परीक्षा केंद्र में नकल करने का मामला सामने आया और पेपर लीक करने के भी आरोप लगे.
जेओए 965 की परीक्षा से पहले लीक हुआ था पेपर
हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जेओए पोस्ट कोड 965 के 316 पदों के लिए भर्तियां करवाई जा रही थीं. इसके लिए बीती साल 25 दिसंबर को पेपर करवाया जा रहा था, लेकिन तीन दिन पहले पेपर लीक करने की बात सामने आई. विजिलेंस ने एक महिला कर्मचारी, एजेंट व अन्य लोगों को गिरफ्तार किया. दो और पेपरों के भी प्रश्न पत्र मिले जो कि लीक करवाए गए. कई अन्य परीक्षाओं को लेकर भी शिकायतें मिलीं. इसके चलते हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया गया. हालांकि जेओए की भर्तियों के मामले कानूनी विवाद के कारण पहले लटके हुए थे. लेकिन कर्मचारी आयोग के कामकाज के निलंबित होने की वजह से कोई भी परीक्षाएं अब नहीं करवाई जा रही.
आठ सालों में केवल दो ही भर्तियां जेओए की पूरी हुईं
सरकार ने करीब आठ साल पहले जेओए के पद नाम से नई भर्तियां शुरू की थीं, इनमें से पहली भर्ती 2014-15 में जेओए पोस्ट कोड 447 के लिए की गई जिसके तहत 1421 पद निकाल गए थे. इसके बाद जेओए पोस्ट कोड 556 के लिए भर्दियां 215 में शुरू की गईं इसके तहत 1161 पद निकाले गए थे, जिनमें से सरकार ने 630 पदों को भरा जबकि बाकी के 531 के पदों को नई निकाली गई जेओए पोस्ट कोड 727 की भर्तियों में सम्मिलित किया गया. हालांकि इसके लिए परीक्षा नहीं निकाली गई और बाद में 817 पोस्ट कोड के लिए करीब 1867 पद निकाले गए जिसमें पोस्ट कोड 556 के करीब बचे हुए पदों को शामिल किया गया. इसके बाद ये पूरी भर्तियां कानूनी विवादों में फंसी हुई हैं.
पीडब्ल्यूडी मंत्री से मिलकर भर्तियां पूरी करने की लगाई गुहार
जेओए पोस्ट कोड 817 के उम्मीदवार आज पीडब्लयूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह से इस मसले को लेकर मिले. बेरोजगार युवाओं की मांग थी कि उनकी भर्तियों को सरकार जल्द से जल्द पूरा करे. हालांकि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है. लेकिन युवाओं का कहना था कि सरकार उनको कंडीशनल ज्वाइनिंग दे सकती है यानी के सुप्रीम कोर्ट के फैसला जैसा आएगा उसके आधार पर सरकार बाद में फैसला ले सकती है.
सीएम से भी दो बार मिल चुके हैं अभ्यर्थी
जेओए आईटी पोस्ट कोड-817 के अभ्यर्थी इससे पहले 20 और 27 दिसंबर को भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिल चुके हैं. बेरोजगार युवाओँ का कहना है कि पिछले पांच सालों में जेओए की एक भी भर्ती पूरी नहीं हुई है, लाखों युवाओँ ने ये भर्तियां दी हैं. इस दौरान तीन भर्तियां हुईं जिनके रिजल्ट नहीं निकाले गए हैं. उनका कहना है कि वे परीक्षाएं दे देकर परेशान हो चुके हैं. वे परीक्षाएं दे रहे हैं लेकिन रिजल्ट नहीं निकल रहा. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि उनकी परीक्षाओं के रिजल्ट निकालकर उनको नियुक्तियां दी जाएं.
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