शिमला: हिमाचल में पंचायत चुनाव को लेकर मतदान का दौर जारी है. 17 जनवरी को प्रदेशभर में पहले चरण का मतदान हुआ. पंचायत चुनाव में महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. चुनाव लड़ने की बात हो या फिर अपने मताधिकार के इस्तेमाल की, महिलाएं पुरुषों से एक कदम आगे ही हैं.
मतदान में महिलाओं ने मारी बाजी
पंचायत चुनाव में पहले चरण में वोट डालने के मामले में महिलाओं ने बाजी मारी और पुरूषों से ज्यादा मतदान किया. हिमाचल प्रदेश के राज्य चुनाव अधिकारी संजीव महाजन ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतदान में महिलाओं ने 75 फीसदी, जबकि पुरुषों ने 71 फीसदी मतदान किया.
आगामी चरण में भी महिलाओं से बाजी की उम्मीद
प्रदेश में 19 जनवरी को दूसरे चरण में 1208 और 21 जनवरी को तीसरे चरण में 1137 पंचायतों में मतदान होना है. इनमें महिलाओं से बाजी मारने की उम्मीद की जा रही है. हालांकि राज्य चुनाव अधिकारी पुरुषों से भी और अधिक मतदान करने की अपील की है.
कहा जाता है कि समाज में महिला को सशक्त होने की आवश्यकता है. महिलाएं सशक्त होंगी, तभी देश विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा. हिमाचल प्रदेश में महिलाएं सशक्त हैं, यही वजह है कि हिमाचल विकास के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है.
कोरोना संक्रमितों ने भी किया मतदान
इस बार के पंचायत चुनाव कोरोना संकटकाल के बीच हो रहे हैं. चुनाव में सभी को मतदान का समान अधिकार देने के लिए शाम 4 बजे के बाद का समय कोरोना संक्रमित मरीजों के मतदान के लिए तय किया गया है.
कोरोना संक्रमित मरीज मतदान के लिए पंजीकरण कराकर मतदान कर सकते हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों के मतदान के दौरान सभी नियमों का पालन करते हुए मतदान करवाया जा रहा है. पहले चरण के मतदान में 123 कोरोना संक्रमित मरीजों ने मतदान किया.
78.70 हुआ फीसदी मतदान
पंचायती राज संस्थाओं के पहले चरण के चुनाव में रविवार को 78.70 फीसदी मतदान हुआ. इसमें बिलासपुर में 63.90 फीसदी, चंबा में 63.10 फीसदी, हमीरपुर में 62.60 फीसदी, कांगड़ा में 61.50 फीसदी, किन्नौर में 54.20 फीसदी, कुल्लू में 71.30 फीसदी, लाहौल में 61.20 फीसदी, मंडी में 65.50 फीसदी, शिमला में 65.50 फीसदी, सिरमौर में 69.70 फीसदी, सोलन में 73.90 फीसदी और ऊना में 69.10 फीसदी मतदान हुआ.
निर्विरोध चुनीं गयी 120 पंचायतें
पहले चरण से मतदान के लिए 7593 पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों में तैनात रहीं. राज्य में 972 अतिसंवेदनशील, 2830 संवेदनशील और 7744 साधारण मतदान केंद्र हैं. प्रदेश भर की कुल 3 हजार 583 पंचायतों में तीन चरणों में चुनाव होना है.
प्रदेश में 120 पंचायतों में पूरा पैनल यानी वार्ड सदस्य से लेकर उप-प्रधान, प्रधान तक पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं. इसके अलावा 29 पंचायतें ऐसी हैं, जहां केवल प्रधान निर्विरोध चुने गए हैं. 54 पंचायत समिति भी पहले चुन ली गई हैं. पंचायत समिति सदस्यों की कुल संख्या 1692 है.