शिमला: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों बर्फीली हवाओं के साथ हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है. इस मौसम में अभी तक बारिश और बर्फबारी ना होने के कारण सर्दी मानो सितम ढा रही है. इन दिनों कुछ इलाके कोहरे की चादर में ढके रहते हैं तो ऊपरी इलाकों में रोज गिरते पारे के साथ ठंड प्रचंड हो रही है. दिन में धूप का सहारा है तो सुबह और रात को अलाव और हीटर के सहारे वक्त कट रहा है. इस बीच मौसम विभाग ने मौसम बिगड़ने का अलर्ट जारी किया है. जिसका असर कुछ इलाकों में दिखने भी लगा है.
कैसा रहेगा मौसम- मौसम विभाग के मुताबिक अगले चौबीस घंटों में प्रदेश के ऊंचे और मध्य पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी के आसार हैं. बता दें कि मंगलवार और बुधवार के लिए मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है, लेकिन प्रदेश में 11 जनवरी को मौसम साफ रहेगा. इसके बाद 12 और 13 जनवरी को फिर से बारिश और बर्फबारी हो सकती है.
इन इलाकों में माइनस में रहा पारा: प्रदेश के कई इलाकों में पारा लगातार गोते खा रहा है. कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और मंडी के पांच शहरों का न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया. लाहौल-स्पीति का समदो सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम पारा -6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं को जारी आंकड़ों के मुताबिक शिमला में न्यूनतम पारा 4.1, किन्नौर के कल्पा में -1.0 डिग्री, मंडी में 0.2 डिग्री और सुंदरनगर में 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. इसके अलावा सियोबाग में 0.2, ऊना में 1.4, सोलन में 1.5, सराहन में 2.5 डिग्री, जबकि कुल्लू के भुंतर में -0.5 डिग्री और समधो -6.2 रिकॉर्ड किया गया.
10 जनवरी को पूरे प्रदेश में मौसम रहेगा खराब: मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 9 और 10 जनवरी को मौसम खराब रहेगा. कुछ इलाकों में पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं. इस दिन मैदानी भागों में गरज के साथ वर्षा और मध्यवर्ती और उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं. वहीं, 11 से 13 जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है. मौसम विभाग ने मंडी, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन जिलों में सुबह के वक्त घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है.
पर्यटकों को बर्फबारी का इंतजार- नए साल के एक हफ्ते से ज्यादा बीतने के बाद भी बारिश और बर्फबारी नहीं हुई है. बर्फ के दीदार के लिए नए साल पर हिमाचल आए पर्यटकों के हाथ मायूसी ही लगी. शिमला से लेकर मनाली समेत तमाम टूरिस्ट प्लेस पर मौजूद सैलानी इस सीजन की पहली बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. वहीं सेब उत्पादक बागवानों को भी बर्फबारी का इंतजार हैं. क्योंकि बर्फबारी कम या देर से होने का सीधा असर सेब के चिलिंग आवर्स पर पड़ता है. जिसमें कमी आने के कारण सेब का उत्पादन और फिर बागवानों की जेब पर असर पड़ता है.
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