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15 जनवरी से परिवहन विभाग चलाएगा जागरूकता अभियान, हादसों पर लगेगी लगाम - हिमाचल परिवहन विभाग

हिमाचल परिवहन विभाग 15 जनवरी से प्रदेश भर में हादसों पर रोक लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा. वहीं, 1 अक्टूबर 2024 से सभी वाहनों की फिटनेस स्वचालित परीक्षण केंद्र पर की जाएगी. पढ़िए पूरी खबर...

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 13, 2024, 4:17 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग 15 जनवरी से 14 फरवरी तक जागरूकता अभियान चलाने जा रही हैं. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा प्रदेश में औसतन 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं एनएच पर होती है. हादसों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान स्कूलों में भी चलाया जाएगा. लाइसेंस बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा 2023 में 881 लोग दुर्घटनाओं में काल का ग्रास बने. जबकि 2022 में ये आंकड़ा 1032 था. 13 प्रतिशत कमी के बावजूद हादसों को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चयनित किए जा रहे हैं. दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार इनाम दिया जाएगा. उनसे कोई पूछताछ नहीं होगी ऐसा प्रावधान किया गया है. ब्लैक स्पॉट को चयनित करने के आदेश दिए गए हैं.

अग्निहोत्री ने कहा कि 2024 में वाहन स्क्रैपिंग की सुविधा सेंटर शुरू की जाएगी. 15 साल पूरा कर चुकी सरकारी गाड़ियों रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी गई है. 6 स्क्रैप केंद्र खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो लोग वाहन स्क्रैपिंग स्टेशन लगाना चाह रहे हैं, उनसे आवेदन मांगे गए हैं.

उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर 2024 में सभी वाहनों की फिटनेस स्वचालित परीक्षण केंद्र पर ही की जाएगी. दो बार मापदंडों पर सही नहीं पाई गई गाड़ी स्क्रैपिंग में जायेगी. एटीएस से दुर्घटनाओं में कमी आएगी. ई-चलानिंग की सुविधा 31 मार्च 2024 तक शुरू कर दी जाएगी. सभी परिवहन बैरियर पर सीसीटीवी प्रणाली लगाई जाएगी, सीट बेल्ट व अन्य लापरवाही इसमें पकड़ी जायेगी. पहले तीन महीने लोगों को जागरूक किया जाएगा उसके बाद चालान किया जाएगा.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब सरकार आई तो 500 करोड़ का राजस्व ट्रांसपोर्ट का था. जिसे हम बढ़ाने का काम कर रहे हैं. जिसके बाद अभी 800 करोड़ रुपए अर्जित अर्जित किए जा रहे हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में 22,43,524 गाड़ियां हैं. जिनमे 19,25,593 गाडियां निजी है. वहीं, व्यावसायिक वाहन 31,79,711 है. हिमाचल में 2811 इलेक्ट्रिक गाडियां है, जिनमे निजी 2412 और व्यावसायिक 399 हैं.

उन्होंने कहा प्रदेश में सरकार ई टैक्सी की व्यवस्था कर जा रही है. जिसमे 500 गाड़ियां पचास प्रतिशत अनुदान के लिए दी जाएगी. इसके लिए अभी 521 आवेदन आए हैं. अग्निहोत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे है. अभी तक 17 पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए है, जो फरवरी तक शुरू हो जाएंगे. चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि एचआरटीसी ने 234 नए रूट पर आवेदन मांगे थे. अभी तक 1263 आवेदन मिले हैं. 50 रूट पर लोगों ने रुझान नही दिखाया है.

उन्होंने कहा कि जो लोग टैक्स जमा नहीं करवा रहे हैं. 31 मार्च तक 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ टैक्स जमा करा दे. उनसे कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा. इसमें 50 लाख जमा हो गए हैं. उन्होंने बताया कि विभाग ने 3155 फैंसी नंबर अलॉट कर 11 करोड़ की आय अर्जित कर ली है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के ऊना में नकली दवाइयों के गोदाम का भंडाफोड़, UP निवासी है मास्टरमाइंड

शिमला: हिमाचल प्रदेश में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग 15 जनवरी से 14 फरवरी तक जागरूकता अभियान चलाने जा रही हैं. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा प्रदेश में औसतन 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं एनएच पर होती है. हादसों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान स्कूलों में भी चलाया जाएगा. लाइसेंस बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा 2023 में 881 लोग दुर्घटनाओं में काल का ग्रास बने. जबकि 2022 में ये आंकड़ा 1032 था. 13 प्रतिशत कमी के बावजूद हादसों को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चयनित किए जा रहे हैं. दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार इनाम दिया जाएगा. उनसे कोई पूछताछ नहीं होगी ऐसा प्रावधान किया गया है. ब्लैक स्पॉट को चयनित करने के आदेश दिए गए हैं.

अग्निहोत्री ने कहा कि 2024 में वाहन स्क्रैपिंग की सुविधा सेंटर शुरू की जाएगी. 15 साल पूरा कर चुकी सरकारी गाड़ियों रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी गई है. 6 स्क्रैप केंद्र खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो लोग वाहन स्क्रैपिंग स्टेशन लगाना चाह रहे हैं, उनसे आवेदन मांगे गए हैं.

उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर 2024 में सभी वाहनों की फिटनेस स्वचालित परीक्षण केंद्र पर ही की जाएगी. दो बार मापदंडों पर सही नहीं पाई गई गाड़ी स्क्रैपिंग में जायेगी. एटीएस से दुर्घटनाओं में कमी आएगी. ई-चलानिंग की सुविधा 31 मार्च 2024 तक शुरू कर दी जाएगी. सभी परिवहन बैरियर पर सीसीटीवी प्रणाली लगाई जाएगी, सीट बेल्ट व अन्य लापरवाही इसमें पकड़ी जायेगी. पहले तीन महीने लोगों को जागरूक किया जाएगा उसके बाद चालान किया जाएगा.

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब सरकार आई तो 500 करोड़ का राजस्व ट्रांसपोर्ट का था. जिसे हम बढ़ाने का काम कर रहे हैं. जिसके बाद अभी 800 करोड़ रुपए अर्जित अर्जित किए जा रहे हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में 22,43,524 गाड़ियां हैं. जिनमे 19,25,593 गाडियां निजी है. वहीं, व्यावसायिक वाहन 31,79,711 है. हिमाचल में 2811 इलेक्ट्रिक गाडियां है, जिनमे निजी 2412 और व्यावसायिक 399 हैं.

उन्होंने कहा प्रदेश में सरकार ई टैक्सी की व्यवस्था कर जा रही है. जिसमे 500 गाड़ियां पचास प्रतिशत अनुदान के लिए दी जाएगी. इसके लिए अभी 521 आवेदन आए हैं. अग्निहोत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे है. अभी तक 17 पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए है, जो फरवरी तक शुरू हो जाएंगे. चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि एचआरटीसी ने 234 नए रूट पर आवेदन मांगे थे. अभी तक 1263 आवेदन मिले हैं. 50 रूट पर लोगों ने रुझान नही दिखाया है.

उन्होंने कहा कि जो लोग टैक्स जमा नहीं करवा रहे हैं. 31 मार्च तक 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ टैक्स जमा करा दे. उनसे कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा. इसमें 50 लाख जमा हो गए हैं. उन्होंने बताया कि विभाग ने 3155 फैंसी नंबर अलॉट कर 11 करोड़ की आय अर्जित कर ली है.

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