शिमला: हिमाचल प्रदेश राज्य विकास निगम समिति निदेशक मंडल की त्रै-मासिक बैठक गुरुवार को विधानसभा परिसर में वन मंत्री राकेश पठानिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई. वन मंत्री राकेश पठानिया ने बताया कि निगम के कामकाज और इसके राजस्व को बढ़ाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे. जिसके तहत शंकुधार, टिंबर और खरशु की लकड़ी से पैनल टाइल्स का निर्माण किया जाएगा.
इन चीजों की बिक्री पर दिया जाएगा ध्यान
हिम काष्ठ बिक्री डिपो में लकड़ी एवं वन्य उपज की खुदरा बिक्री के साथ फिनाइल एवं ब्लैक जापान की खुदरा बिक्री की जाएगी, लकड़ी और अन्य वन्य उपज की बिक्री के लिए व्यापक प्रचार किया जाएगा. विपणन अनुसंधान सैल को मजबूत किया जाएगा औषधीय जड़ी बूटियों का विपणन किया जाएगा एवं अन्य प्रकार की योजनाओं को आरंभ कर निगम की आय में वृद्धि की जाएगी.
रोजगार के तलाशे जाएंगे अवसर
कार्यालय और क्षेत्र में काम करने वालों की कमी को दूर करने के लिए आउट सोर्स आधार पर बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी जाएगी, ताकि निगम के स्टाफ की कमी को दूर किया जा सके तथा बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके जिसके तहत लगभग 100 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा. उन्होंने बताया कि निगम के अंतर्गत राल तथा तारपीन के तेल की बिक्री की गई है. जिसमें वित्त वर्ष 2020-21 में 9 मार्च 2021 तक 30 करोड़ की राल और 16.4 करोड़ रुपए की तारपीन की बिक्री की गई है. निगम के तहत चार सुरक्षाकर्मियों की भर्ती आउट सोर्स आधार पर की जाएगी.
इस अवसर कार्य सूची की क्रमानुसार विस्तार से चर्चा की गई और निगम को बेहतर बनाने के लिए गहन विचार-विमर्श भी किया गया. बैठक में समिति उपाध्यक्ष सूरत नेगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन विभाग आरडी धीमान, प्रिंसिपल सीसीएफ हॉफ डॉक्टर सविता, मैनेजिंग डायरेक्टर अजय श्रीवास्तव, एडजेक्टिव डायरेक्टर लाल लूंग सांगा, समिती निदेशक विनय कुमार, राम कुमार, मानचंद ठाकुर, बलविंदर कुमार एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे.
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